मुजफ्फरनगर। जनपद में 500 शिक्षकों को भूकंप, अग्निकांड, हवाई हमला, अतिवृष्टि, सांप के काटने तथा अन्य आपदाओं से निपटने के लिए ट्रेनिंग दी गई।
श्रीराम कॉलेज में आपदा से बचाव के लिए जन जागरूकता प्रशिक्षण कार्यक्रम के दूसरे दिन बेसिक शिक्षा विभाग एवं माध्यमिक शिक्षा विभाग के 500 शिक्षकों ने आपदा प्रबंधन के गुर सीखे। शिक्षकों को नाव दुर्घटना, बेमौसमी बारिश, अग्निकांड, हवाई हमला, आंधी-तूफान, अतिवृष्टि, सांप के काटने एवं भूकंप से बचाव को लेकर जानकारी दी गई।
प्रशिक्षण के दौरान बताया गया कि दामिनी ऐप के माध्यम से किस तरह आकाशीय बिजली गिरने से पहले इसकी जानकारी कैसे मिल सकती है, इससे जनहानि को काफी हद तक रोका जा सकता है।
जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के बैनर तले चल रहे चार दिवसीय प्रशिक्षण शिविर के दूसरे दिन प्रशिक्षकों ने बताया कि बाढ़ के आने से पहले ही सुरक्षित आश्रय स्थल एवं ऊंचे स्थानों की पहचान कर ली जाती है, इसी तरह सांप के काटने के बाद सबसे पहले प्राथमिक उपचार हो व फिर डॉक्टर की तलाश की जाए। जिस स्थान पर सांप ने काटा है, उसे रस्सी से न बांधें।
प्रशिक्षण में एडीएम वित्त एवं राजस्व गजेंद्र कुमार, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी शुभम शुक्ला ने प्रशिक्षण कक्ष में पहुंचकर प्रशिक्षुओं से जानकारी ली। प्रशिक्षुओं को बताया गया कि जो यहां सीखा गया है, वो अपने विद्यालयों में भी बच्चों को बताएं, संभव हो सके तो प्रयोगात्मक रूप से विद्यालय परिसर में बच्चों के सामने इसका प्रदर्शन किया जाए।
मास्टर ट्रेनर विवेक गोयल, अनुराधा वर्मा, मिर्जा गुलजार बेग, बुशरा, पंकज त्यागी, शीजा खानम, गुलफाम अहमद, योगेश कुमार, जैकी कुमार, शिखा शर्मा, निकिता रमन, रेनू रानी, आदि ने प्रशिक्षण दिया।