मुजफ्फरनगर। जिले के आंगनबाड़ी केंद्रों का ग्राम पंचायत निधि के बजट से कायाकल्प होगा। कायाकल्प योजना में प्रारंभ प्रत्येक ब्लॉक से दस मॉडल आंगनबाड़ी केंद्र बनेंगे। इस तरह 90 आंगनबाड़ी केंद्रों का सबसे पहले कायाकल्प होगा।

जनपद में जीरो से पांच वर्ष तक के बच्चों की संख्या 2,29,672 है। कुपोषित बच्चों की संख्या 7,903 और अति कुपोषित बच्चों की संख्या 3,589 है। सैम बच्चों की संख्या 1,191 और मैम बच्चों की संख्या 2,756 है। जिले में आंगनबाड़ी केंद्रों की संख्या 2,274 हैं। डीएम चंद्रभूषण सिंह के निर्देश पर जिला कार्यक्रम अधिकारी राजेश गोंड ने प्रत्येक ब्लाक के दस-दस आंगनबाड़ी केंद्रों की सूची जिला पंचायतराज अधिकारी को भेजी है। डीपीआरओ को जारी पत्र में कहा गया है कि आंगनबाड़ी केंद्रों को ऑपरेशन कायाकल्प योजना में शामिल करते हुए मॉडल केंद्र बनाना है। यह पैसा ग्राम पंचायत निधि से खर्च होगा।

इन गांवों के आंगनबाड़ी केंद्र हुए चिह्नित
डीपीआरओ को जिन चिह्नित गांवों के आंगनबाड़ी केंद्रों की सूची दी गई है, इनमें भोपा, अथाई, मोरना, विलायतनगर, बेहडा सादात, मलपुरा, निरगाजनी, कसौली, खोकनी, दधेडूकलां, अकबरगढ़, अलावलपुर, कुल्हेडी, दधेडूखुर्द, खांजापुर, भसाना, क्यामपुरखेडी, जौला, खुब्बापुर, हबीबपुर सीकरी, रियावली नंगला, हुसैनाबाद भनवाडा, डूंगर, फुगाना, घटायन, कासमपुर खोला, कवाल, चित्तौडा, कितास, कसेरवा, मंडालवी बांगर, पुरबालियान, बसधाडा, काकड़ा, आदमपुर, जीवना, पुरा, सोहजनी तागान आदि शामिल है।

आंगनबाड़ी केंद्रों पर होगी बदलाव की शुरूआत
जिला कार्यक्रम अधिकारी राजेश गोंड का कहना है कि आंगनबाड़ी केंद्रों पर ऑपरेशन कायाकल्प में रंगाई-पुताई, कुर्सी मेज, बच्चों के खिलौने आदि की व्यवस्था की जाएगी। जिले में जल्द ही आंगनबाड़ी केंद्रों के हालात बदले नजर आएंगे।