हापुड़. ये आंकड़ा हैरान करने वाला है. आपको जानकर हैरत होगी कि पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के बिजली उपभोक्ताओं पर तकरीबन नौ हजार नौ सौ करोड़ का बकाया है. पश्चिमांचल के कुल चौदह जिलों के लाखों उपभोक्ताओं पर ये बकाया है. अब बिजली विभाग ऐसे उपभोक्ताओं से अपील कर रहा है कि वो एकमुश्त समाधान योजना का लाभ उठाएं और बिजली का बकाया बिल जमा करें.
पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के एमडी अरविंद मलप्पा बंगारी ने बताया कि एक मुश्त समाधान योजना के अंतर्गत किश्तों में बकाया बिजली बिल को जमा किया जा सकता है. पीवीवीएनएल के एमडी अरविंद मलप्पा बंगारी ने बताया कि दस हज़ार से एक लाख रुपए वाले बकाएदारों के चौदह लाख कंज्यूमर्स हैं, जबकि एक लाख रुपए से दस लाख रुपए वाले एक लाख बत्तीस हजार कंज्यूमर्स हैं. इन कंज्यूमर्स ने बिजली का बिल जमा नहीं किया.
एमडी ने बताया कि एक जून से तीस जून 2022 तक एक मुश्त समाधान योजना का लाभ उठाकर बकाएदार बिजली बिल जमा कर सकते हैं. उन्होंने बताया कि एक लाख तक के बकाएदार छह किश्तों में राशि जमा कर सकते हैं, जबकि एक लाख से उपर के बकाएदार बारह किश्तों में बकाया जमा कर सकते हैं. अरविंद मलप्पा बंगारी ने बताया कि एलएमवी वन और एलएमवी टू के कंज्यूमर्स को ओटीएस का लाभ मिलेगा. इसमें सरचार्ज में भी छूट दी जाएगी.
एकमुश्त समाधान योजना घरेलू (एलएमवी-1) वाणिज्यक (एलएमवी-2) एवं निजी नलकूप (एलएमवी-5) श्रेणी के विद्युत उपभोक्ताओं के बकाया बिलों में लगे विलम्बित अधिभार में छूट के लिये एक महत्वपूर्ण योजना है. उपभोक्ताओं तक योजना का लाभ पहुंचाने के लिए योजना का प्रचार-प्रसार मुनादी, पम्पलेट एवं ई-रिक्शा द्वारा अनाउंसमेंट स्तर पर किया जा रहा. पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के एमडी अरविंद मल्लप्पा बंगारी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से भी सभी 14 जिलों की बकाए की समीक्षा की. साथ ही अधिकारियों को आवश्यक निर्देश भी जारी किए हैं.
गौरतलब है कि पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के चौदह ज़िलो में सहारनपुर, बिजनौर, मुजफ्फरनगर, बुलंदशहर, मेरठ, मुरादाबाद, बागपत, रामपुर, ज्योतिबाफूलेनगर, संभल, शामली, गाजियाबाद, हापुड़ और गौतमबुद्ध नगर ज़िले शामिल हैं.