मुजफ्फरनगर। क्षेत्र के गांव पलड़ा निवासी सना खान की दहेज हत्या के मामले में बरेली पुलिस द्वारा कार्रवाई न करने पर एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने सख्त रुख अख्तियार किया है। उन्होंने हत्या की जांचसना खान की हत्या के दो महीने बाद भी बरेली पुलिस ने आरोपितों को गिरफ्तार नहीं किया था। सना के स्वजन ने एडीजी कानून व्यवस्था को पत्र लिखकर जांच बदलने की मांग की थी।
को सौंपी है। सना खान की हत्या के दो महीने बाद भी बरेली पुलिस ने आरोपितों को गिरफ्तार नहीं किया था। सना के स्वजन ने एडीजी कानून व्यवस्था को पत्र लिखकर जांच बदलने की मांग की थी।

शाहपुर थाना क्षेत्र के गांव पलडी निवासी अजमल खान की पुत्री सना खान की शादी पांच वर्ष पूर्व बरेली निवासी अनवर पुत्र असलम के साथ हुई थी। ससुराल वाले शादी के समय से ही दहेज की मांग को लेकर सना को परेशान करते थे। शादी के दो साल बाद सना को बेटी हुई तो उसे और अधिक प्रताड़ित किया गया। नवंबर 2021 को सना को दूसरी बेटी पैदा होने पर ससुराल वाले सना की साथ मारपीट करने लगे। 21 मई 2022 को ससुराल वालों ने सना के साथ मारपीट कर उसकी गला दबाकर हत्या कर दी थी। सना के भाई उजेर खान ने बरेली कोतवाली में सना के पति अनवर, ससुर असलम, ननद निगहत, जेठ अफजल, जेठानी आइशा व देवर सारिक के खिलाफ दहेज हत्या का मुकदमा दर्ज कराया था। सना के पति को मायके वालों ने पकड़कर पुलिस को सौंप दिया था।

सना की हत्या के दो महीने बाद भी बरेली कोतवाली पुलिस ने अन्य नामजद आरोपितों को गिरफ्तार नहीं किया। इसके चलते मृतक सना के भाई सहित अन्य ने एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार से मिलकर सना हत्याकांड की जांच बदलवाने की मांग की। एडीजी ने जांच संभल सीओ जितेंद्र सरगम को सौंपी। मृतक सना के भाई उजैर खान ने बताया कि स्वजन को जांच बदलने के बाद अब न्याय की उम्मीद लगी है।