मुज़फ्फरनगर। जनपद में आज जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा नगर क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले सरकारी विद्यालयों का निरीक्षण किया गया। इस दौरान कई विद्यालयों में जहां बच्चो की उपस्तिथि काम मिली वही मिड डे मील में भोजन की गुणवत्ता घटिया पाए जाने पर भोजन सप्लाई करने वाले एनजीओ के खिलाफ सख्त कार्यवाही की चेतावनी दी गई।
नई मंडी कन्या पाठशाला नगर क्षेत्र मुजफ्फरनगर के निरीक्षण के समय कार्यरत प्रधानाध्यापिका श्रीमती रुचि गर्ग व शिक्षामित्र श्रीमती नीरज व सोनिया उपस्थित मिली। पंजीकृत 77 बच्चों के सापेक्ष 39 बालक बालिकाएं उपस्थित पाए गए। मध्यान्ह भोजन की आपूर्ति एनजीओ के माध्यम से की जा रही है, मध्यान्ह भोजन निर्धारित मैन्यू के अनुसार है परंतु गुणवत्ता उपयुक्त नहीं पाई गई, रोटियां खाने योग्य नहीं थी जिनसे कुछ अलग तरह की गंध आ रही थी, सुरक्षा की दृष्टि से प्रधानाध्यापिका द्वारा बच्चों के खाने के लिए स्कूल में ही रोटियां तैयार कराई गई है जो रोटियां आपूर्ति कराई गई वह बच्चों को नहीं दी गई। संबंधित आपूर्तिकर्ता फर्म को अंतिम रूप से नोटिस जारी कर आवश्यक कार्यवाही अमल मैं लाई जाएगी। प्रधानाध्यापिका को निर्देशित किया गया कि जिस दिन खाना अच्छा नहीं आता उस तिथि को नोट कर लिया जाए। जनपद के उच्चाधिकारियों के मोबाइल नंबर व अन्य आवश्यक टोल फ्री नंबर दीवार पर पेंट कराए जाने हेतु निर्देश दिए गए, बहुत कम बच्चे यूनिफॉर्म में मिले, विद्यालय का शैक्षिक स्तर एवं भौतिक वातावरण संतोषजनक है, कक्षा चार व पांच में बच्चों से एकवचन और बहुवचन में अंतर के विषय में पूछा गया पूछे गए प्रश्न का सही उत्तर बच्चों द्वारा दिया गया। कक्षा कक्षों की दीवारों पर शिक्षण चित्रण किया गया है तथा शिक्षण कार्य में ब्लैक बोर्ड का उपयोग होता है।
संविलियन विद्यालय खालापार नगर क्षेत्र मुजफ्फरनगर के निरीक्षण के समय कार्यरत प्रधानाध्यापक मोहम्मद जावेद तथा शिक्षा मित्र श्री आदेश पवार, बबीता व समरीन रूही उपस्थित मिले। पंजीकृत 188 बच्चों के सापेक्ष 92 बालक बालिकाएं उपस्थित पाई गई, कम उपस्थिति के लिए प्रधानाध्यापक को निर्देशित कर दिया गया है, मध्यान्ह में भोजन की आपूर्ति एनजीओ के माध्यम से की जा रही है भोजन निर्धारित menu के अनुसार परंतु गुणवत्ता उपयुक्त नहीं पाई गई, संबंधित आपूर्तिकर्ता को अंतिम रूप से नोटिस जारी कर आवश्यक कार्यवाही अमल में लाई जाएगी। प्रधानाध्यापक को निर्देशित किया गया कि जिस दिन खाना अच्छा नहीं आए उस तिथि को नोट कर ली जाए। दूध फल की मात्रा, गुणवत्ता व वितरण की पुष्टि बच्चों से की गई, अधिकांश बालक बालिकाएं यूनिफॉर्म में नहीं थे, विद्यालय का शैक्षिक स्तर एवं भौतिक वातावरण संतोषजनक है, शिक्षकों द्वारा शिक्षण कार्य एवं अन्य गतिविधियों में रुचि ली जा रही है, कक्षा कक्षों की दीवारों पर शिक्षण चित्रण किया गया है, शिक्षण कार्य में ब्लैक बोर्ड का प्रयोग होता है।
प्राथमिक विद्यालय रिफ्यूजी कैंप नगर क्षेत्र मुजफ्फरनगर अध्यापक विहीन विद्यालय हैं जिसका विद्यालय प्रबंधन, शैक्षणिक कार्य एवं अन्य गतिविधियां कम्पोजिट विद्यालय खालापार के प्रधानाध्यापक मोहम्मद जावेद द्वारा संपादित की जा रही हैं। पंजीकृत 79 बच्चों के सापेक्ष 55 बालक बालिकाएं उपस्थित पाए गए, मध्यान्ह भोजन की आपूर्ति एनजीओ के माध्यम से की जा रही है, मध्यान्ह भोजन निर्धारित मैन्यू के अनुसार परंतु गुणवत्ता उपयुक्त नहीं पाई गई, संबंधित आपूर्तिकर्ता फर्म को अंतिम रूप से नोटिस जारी कर आवश्यक कार्यवाही अमल में लाई जाएगी। प्रधानाध्यापक को निर्देशित किया गया कि जिस दिन खाना अच्छा न आए उस तिथि को नोट कर लिया जाए। दूध व फल की मात्रा, गुणवत्ता तथा वितरण की पुष्टि बच्चों से की गई। बच्चे यूनिफार्म में नहीं पाए गए, बच्चे नियमित यूनिफॉर्म में स्कूल आए इसके लिए बच्चों एवं प्रधानाध्यापक को निर्देशित कर दिया गया है।शैक्षिक स्तर व भौतिक स्थिति संतोषजनक है, प्रधानाध्यापक द्वारा शिक्षण कार्य एवं विद्यालय संबंधी गतिविधियों में रुचि ली जा रही है। कक्षा कक्षों की दीवारों पर शिक्षण चित्रण किया गया है तथा शिक्षण कार्य में ब्लैक बोर्ड का प्रयोग होता है।
प्राथमिक विद्यालय खालापार दक्षिणी किदवई नगर, नगर क्षेत्र मुजफ्फरनगर के निरीक्षण के समय कार्यरत प्रधानाध्यापक श्रीमती हिना समी तथा शिक्षामित्र हसीन बानो व हुमा रानी उपस्थित मिली। पंजीकृत 680 बच्चों के सापेक्ष 276 बालक बालिकाएं उपस्थित पाई गई, नामांकन के सापेक्ष कम उपस्थिति के लिए प्रधानाध्यापिका को निर्देशित कर दिया गया है। मध्यान्ह भोजन की आपूर्ति एनजीओ के माध्यम से की जा रही है , मध्यान्ह भोजन निर्धारित मैन्यू के अनुसार है परंतु गुणवत्ता उपयुक्त नहीं पाई गई, संबंधित आपूर्तिकर्ता फर्म को अंतिम रूप से नोटिस जारी कर
आवश्यक कार्यवाही अमल में लाई जाएगी। प्रधानाध्यापक को निर्देशित किया गया कि जिस दिन खाना अच्छा न आए उसकी तिथि नोट कर ली जाए। दूध, फल की मात्रा ,गुणवत्ता तथा वितरण की पुष्टि बच्चों से की गई। अधिकांश बच्चे यूनिफार्म में नहीं थे, बच्चे नियमित यूनिफॉर्म में स्कूल आए इसके लिए बच्चों एवं प प्र०अ० को निर्देशित कर दिया गया है। शैक्षिक स्तर एवं भौतिक स्थिति संतोषजनक है, पांचवी कक्षा की छात्राओं से 12, 14, 17 व 18 के पहाड़े सुने गए।छात्रा सुहाना द्वारा 2 अंकों के गुणा के सवाल को सही हल किया गया। प्रधानाध्यापिका व शिक्षामित्रों के द्वारा शिक्षण कार्य एवं विद्यालय संबंधी गतिविधियों में रुचि ली जा रही है, कक्षा कक्षों की दीवारों पर शिक्षण चित्रण भी किया गया है तथा शिक्षण कार्य में ब्लैक बोर्ड का प्रयोग होता है।