नई दिल्ली. भारत में फिटनेस फ्रीक लोगों को जिस सबसे बड़ी चुनौती का सामना करना पड़ता है, वो है नियमित भारतीय भोजन में अपर्याप्त प्रोटीन की मात्रा. जबकि इस पोषक तत्व से जुड़े खाद्य पदार्थों की उपलब्धता कोई समस्या नहीं है, लेकिन मिडिल क्लास फैमिली के लिए डेली डाइट में उन्हें शामिल करना एक चुनौती से कम नहीं है. मीट और अंडा प्रोटीन का रिर्स सोर्स है, लेकिन कई लोग शाकाहारी हैं और इसका सेवन नहीं कर सकते, ऐसे में वो गेहूं के आटे की जगह 3 अलग-अलग ऑप्शन चुन सकते हैं. व्हीट फ्लोर की बात करें तो प्रति 100 ग्राम आटे में महज 13 ग्राम प्रोटीन पाया जाता है.

गेहूं आटे की जगह चुनें ये हेल्दी ऑप्शन
1. बेसन

बेसन में प्रति 100 ग्राम में 22 ग्राम प्रोटीन होता है, जो इसे प्रोटीन रिच डाइट बनाता है. अपने बेसन चीला, बेसन की सब्जी, बेसन के लड्डू भी का स्वाद जरूर लिया होगा. जब आप इसका सेवन कर रहे होते हैं तो हर बाइट के साथ आपके शरीर का प्रोटीन लेवल बढ़ने लगता है.

2. चने का सत्तू
सत्तू का नाम सुनते ही आपको बिहार की याद आ गई होगी, ये इस राज्य का फेमस फूड है. आपने सत्तू का शरबत या सत्तू की रोटी जरूर खाई होगी. प्रति 100 ग्राम सत्तू में 22.4 ग्राम प्रोटीन होता है. अगर प्रोटीन कंटेट की बात करें तो इस आटे से बेहतर ऑप्शन शायद आपके लिए नहीं हो सकता. इसे खास तौर से गर्मियों में खाया जाता है

3. सोया का आटा
भले ही सोया आटा बाजार में आसानी से मिल जाता है और इसमें प्रोटीन की मात्रा भी अधिक है, लेकिन आपके लिए बेहतर ये है कि सोया चंक्स को एक महीन पीस लें. जो आपको प्रति 100 ग्राम में 52 ग्राम प्रोटीन देता है. सोया के आटे के साथ सबसे बड़ी दिक्कत ये है कि इससे रोटी बनाना मुश्किल हो सकता है क्योंकि यह आपस में चिपकती नहीं है. तो ऐसे में इसके साथ गेंहू के आटे को भी मिलाया जा सकता है, तभी चपाती आराम से तैयार हो जाएगी.