मुजफ्फरनगर. उत्तराखंड की पहाड़ियों का पानी सोलानी नदी में छोड़े जाने के चलते पुरकाजी खादर क्षेत्र के दर्जनों गांव के जंगलों में पानी भर गया। पुरकाजी-लक्सर मार्ग पर भी सोलानी नदी का पानी रपटे पर पार हो गया। जिससे ग्रामीण खौफजदा हुए हैं। किसानों का कहना है कि अफसरों की लापरवाही के चलते किसानों की फसलों को भारी नुकसान हुआ है।
प्रतिवर्ष बरसात के समय उत्तराखंड की पहाड़ियों का पानी सोलानी नदी में छोड़े जाने के चलते खादर क्षेत्र में बाढ़ का प्रकोप कई गांव के ग्रामीणों को झेलना पड़ता है। जिस पर बांध बनाने की मांग पिछले 70 वर्षों से क्षेत्र के ग्रामीण जनप्रतिनिधियों से करते चले आ रहे हैं। रविवार रात सोलानी नदी में भारी पानी आने से नदी उफन गई। नदी का पानी रजकल्लापुर, रामनगर, शेरपुर, चमरावाला, चानचक, बढ़ीवाला, जिंदावाला आदि के गांवों के जंगलों में फैल गया। जिससे किसानों की हजारों बीघा भूमि में खड़ी फसल पानी से लबालब हो गई। किसानों के खेतों में 4 से 5 फुट तक पानी भर गया। वही पुरकाजी लक्सर मार्ग पर भी शेरपुर गांव से आगे रपटे पर पानी भर गया। जिससे किसानों की हजारों बीघा फसल बर्बाद होने की प्रबल आशंका पैदा हुई है।
उधर सिंचाई विभाग के जेई संजीव मलिक ने बताया कि उत्तराखंड की रतमऊ नदी के बंदे से 11 हजार क्यूसेक पानी सोलानी नदी में कल रात छोड़ा गया था। जिसमे पानी उतरना शुरू हुआ है। ग्रामीणों का कहना है कि इतना पानी पहली बार एक साथ नदी में छोड़ा गया। जिससे किसानों की फसलों में तबाही आ गई।