नई दिल्ली, ऑनलाइन डेस्क। भारतीय टीम, जिम्बाब्वे दौरे के लिए रवाना हो चुकी है। टीम यहां केएल राहुल के नेतृत्व में 3 वनडे मैचों की सीरीज खेलेगी। टीम में युवा खिलाड़ियों को तरजीह दी गई है। टीम इंडिया के इस दौरे का इंतजार भारत के पूर्व ओपनर बल्लेबाज लालचंद राजपुत बड़ी बेसब्री से कर रहे थे। लालचंद 2018 से जिम्बाब्वे क्रिकेट से जुड़े हैं। पहले वह बतौर हेड कोच टीम से जुड़े और अब जून 2022 से टीम के टेक्निकल डायरेक्टर के तौर पर कार्यरत हैं।

टाइम्स ऑफ इंडिया को दिए गए इंटरव्यू में लालचंद राजपुत ने कहा कि ‘जिम्बाब्वे की टीम के लिए एक बेहतरीन मौका है कि वह भारत के खिलाफ खेलने वाली है। बांग्लादेश के खिलाफ जीत से टीम का मनोबल बढ़ा हुआ है। हम उसी मोमेंटम को टीम इंडिया के खिलाफ भी जारी रखेंगे। किसी भी भारतीय टीम को हराना मुश्किल होता है लेकिन जिम्बाब्वे की टीम उनको आसानी से जीतने नहीं देगी। जिम्बाब्वे की वर्तमान टीम सीनियर्स और यंगस्टर्स का अच्छा मिश्रण है, हालांकि हमें सीन विलियम्स, क्रेग इरविन, ब्लेसिंग मजारबानी, तेंदई चतारा जैसे कुछ सीनियर खिलाड़ियों की कमी खल रही है जो इंजरी के कारण रिहैब में हैं।’

लालचंद राजपुत इस दौरे के लिए इसलिए भी उत्साहित हैं क्योंकि इस दौरे पर वह अपने पुराने दोस्तों से मिल सकते हैं। आपको बता दे कि टीम इंडिया इस दौरे पर वीवीएस लक्ष्मण की कोचिंग में खेलेगी। लक्ष्मण उनके पुराने मित्र रहे हैं। इतना ही नहीं टीम के बाकी सदस्य जैसे केएल राहुल, रुतुराज गायकवाड़, संजू सैमसन, राहुल त्रिपाठी, दीपक हुड्डा राजपुत के नेतृत्व में एनसीए में ट्रेनिंग ले चुके हैं। शिखर धवन और अक्षर पटेल तो भारत की ए टीम के साथ राजपुत की कोचिंग में खेल भी चुके हैं।

टीम इंडिया इस दौरे पर तीन वनडे मैच खेलेगी जिसकी शुरुआत 18 अगस्त से हो जाएगी जबकि बाकी बचे दो मैच क्रमश: 20 और 22 अगस्त को खेले जाएंगे।