नई दिल्ली। ग्लूटन प्रोटीन में पाये जाने वाला एक फूड एलीमेंट है जो खासतौर पर गेंहू, सीरियल, ओटस् में पाया जाता है. ग्लूटन लैटिन वर्ड ग्लू से निकला है और जब ये पानी के साथ मिक्स किया जाता है तो स्टिकी बन जाता है. कुछ लोगों को गेंहू या वो खाना जिसमें ग्लूटन होता है इससे एक बीमारी हो सकती है जिसका नाम है Celiac disease. इसमें ग्लूटन वाला खाना खाने से पेट में दर्द, ब्लोटिंग या एलर्जी हो सकती है.
विदेशों में खासतौर पर जिन लोगों को ग्लूटन से एलर्जी होती है वो एकदम ग्लूटन फ्री खाना खाते हैं. ग्लूटन फ्री पिछले कुछ सालों में इसलिये भी ट्रेंड में आया है क्योंकि इससे वजन कम करने में भी मदद मिलती है. जानिये ग्लूटन फ्री फूड क्या है और क्या हैं इसके पूरे फायदे.
गेंहू, गेंहू के आटे से बने फूड प्रोडक्ट जैसे ब्रेड, सीरीयल , कुछ तरह के चावल, केक, बेगल्स , बिस्किट इन सब में ग्लूटन पाया जाता है और ये ग्लूटन फूड की केटेगरी में आता है
कोई भी खाना जिसमें गेंहू या जिन फूड में ग्लूटन नहीं है वो सब ग्लूटन फ्री होता है. लेकिन कई बार ग्लूटन फ्री खाना मिलना मुश्किल हैं क्योंकि इंडिया में तो खासतौर पर गेंहू के आटे से ही फूड प्रोडक्ट होते हैं और गेंहू की रोटी लोगों की स्टेपल डाइट में शामिल है. अगर आपको ग्लूटन फ्री खाना है जो ज्वार, बेसन, कॉर्न, कुट्टू का आटा, फ्लैक्स सीड्स, और किनुआ जैसे फूड शामिल हैं
दरअसल आटे, ब्रेड और बाकी सीरियल में कार्बोहाइड्रेट भी होता है इसलिये इससे वजन भी बढ़ता है. ग्लूटन फ्री खाना हल्का होता है और जल्दी डाइजेस्ट भी हो जाता है. इसलिये कई लोग जो वेट लॉस का प्लान करते हैं वो ग्लूटन फ्री खाना खाना प्रिफर करते हैं. लेकिन इस बात का भी ध्यान रखें कि अगर आपको गेंहू यानी वीट और ग्लूटन से एलर्जी नहीं है तो इसे बिल्कुल खाना बंद ना करें. आप दिन में एक मील ग्लूटन फ्री ले सकते हैं लेकिन बाकी टाइम नॉर्मल खाना खायें क्योंकि वीट और सीरियल में कार्ब्स के साथ साथ प्रोटीन और जरूरी मिलरल्स भी होते हैं.