मुजफ्फरनगर। जांच के साथ ही लंपी के नए मामले सामने आ रहे हैं। बृहस्पतिवार को 16 नए गांव में लंपी से पीड़ित 89 केस मिले, जबकि चार गायों की मौत हो गई। 536 पशुओं के स्वस्थ होने से पशु चिकित्सा विभाग ने राहत की सांस ली।

प्रभारी मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ. दिनेश कुमार ने बताया कि 16 नए गंाव में संक्रमण के मामले सामने आए हैं। वर्तमान में जनपद में 2040 गोवंश संक्रमित शेष रह गए हैं। पशु चिकित्सकों की टीम ने गांवों का दौरा किया। पशुपालकों से कहा कि मक्खी, चिचड़ी एवं मच्छरों के काटने से होता है। बीमारी से प्रभावित पशुओं को बुखार होना, पूरे शरीर में जगह-जगह गांठों का उभरा हुआ दिखाई देना है। पशुपालकों को यह भी जागरूक किया जा रहा है कि बीमार पशु के दूध को उबालकर पीने या बीमार पशु के संपर्क में आने से मनुष्य में रोग फैलने की कोई आशंका नहीं है।

यहां करें कॉल
सीवीओ ने बताया कि जनपद स्तर पर कलेक्ट्रेट में स्थापित कंट्रोल रूम नंबर-9897715888 और 9897749888 पर लंपी के विषय में जानकारी दी जा सकती है।

दो गांवों के चार पशु मिले लंपी रोग से ग्रस्त
भोपा। राजकीय पशु चिकित्सालय के पशु चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर हेमेंद्र कुमार ने बताया कि भोपा क्षेत्र के गांव करहेड़ा में भूरा नामक पशुपालक की गाय के बीमार होने की सूचना मिली। मौके पर जाकर देखा तो वह लंपी रोग से ग्रस्त मिली।पशु सेवा केंद्र भंडूरा के गांव मिर्जा टिल्ला में तीन पशु बीमार मिले हैं।

अब तक लंपी के 76 केस मिले
जानसठ। राजकीय पशु चिकित्सालय की टीम ने जानसठ ब्लॉक के कई गांवों में लंपी बीमारी को लेकर पशुओं की जांच की। उप मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर देवेंद्र पाल सिंह ने बताया कि जानसठ क्षेत्र में पशु चिकित्सक की टीम गांव-गांव में पहुंचकर लंपी बीमारी को लेकर पशुओं का जांच की जा रही है। क्षेत्र में अब तक 76 मामले मिले हैं।