मुजफ्फरनगर। जिले के 33 नए गांवों में लंपी के मामले सामने आए हैं। पशु चिकित्सा विभाग के सर्वे में 198 पशु बीमारी मिले, जबकि दो गायों की मौत हो गई। अब जिले में 2286 पशु संक्रमित है।
प्रभारी मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ. दिनेश कुमार ने बताया कि बीमारी से ग्रसित 198 नए पशु चिन्हित किए गए। पूर्व से ग्रसित पशुओं में से 609 पशु स्वस्थ हो गए हैं। पशु चिकित्सा विभाग की टीमों ने गांवों में दौरा कर सर्वे किया। पशुपालकों को जागरूक किया जा रहा है। लोगों से अपील की जा रही है कि संक्रमित पशुओं को स्वस्थ पशुओं से अलग रखें, ताकि बीमारी का फैलाव बिल्कुल न हो। सरकारी अस्पतालों में ही उपचार कराएं। इसके अलावा देशी उपचार खुद कर सकते हैँ। बीमारी ग्रसित गोवंश का दूध उबालने के बाद पूर्ण रूप से पीने योग्य शुद्ध है।
मक्खी, मच्छर और चिचड़ी से बीमारी
गायों में यह एक संक्रामक रोग विषाणुजनित बीमारी है। इसका फैलाव मक्खी, चिचड़ी और मच्छरों के काटने से होता है।
इस तरह दिखते हैं लक्षण
इस बीमारी से प्रभावित पशुओं को बुखार होना, पूरे शरीर में जगह-जगह नोड्यूल/गांठों का उभरा हुआ दिखाई देना है। रोकथाम के लिए बीमारी से ग्रसित पशुओं को स्वस्थ पशुओं से अलग रखना, मक्खी, चिचड़ी और मच्छरों के काटने से बचाव करना। पशुशाला की नियमित साफ-सफाई करना।
315 गांवों में छिड़काव का दावा
जिला पंचायत राज अधिकारी ने बताया कि जिले की समस्त गौशालाओं और 315 ग्राम सभाओं में स्प्रे कराया गया है । इससे बीमारी के नियंत्रण में मदद मिलेगी।
कंटोल रूम में दें सूचना
लंपी के विषय में सूचना आदान-प्रदान करने और जानकारी उपलब्ध कराने के लिये जनपद स्तर पर कलेक्ट्रेट में स्थापित कंट्रोल रूम नंबर -9897715888, 9897749888 पर सूचित कर सकते हैं।