मुजफ्फरनगर। गांव लौहड्डा में कराए गए विकास कार्यों की जांच के लिए पहुंची टीम के समक्ष शिकायतकर्ता और पूर्व प्रधान के बीच जमकर कहासुनी हुई। मारपीट की नौबत आने पर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मामला शांत किया। साथ ही दोनों पक्ष के चार लोगों को शांतिभंग में चालान किया। विवाद के चलते जांच करने आई टीम बैरंग लौट गई।
गांव लौहड्डा निवासी वीरेंद्र पुत्र रामकिशन ने उपजिलाधिकारी खतौली के समक्ष पूर्व प्रधान सतेंद्र कुमार द्वारा कराए गए विकास कार्यों में अनियमितता की शिकायत की थी। बृहस्पतिवार को एडीओ कृषि प्रवीण त्यागी एवं ग्राम विकास अधिकारी पंकज कुमार विकास कार्यों की जांच के लिए गांव पहुंचे। टीम ने आरसीसी सड़क की जांच प्रारंभ की। शिकायतकर्ता वीरेंद्र पुत्र रामकिशन एवं उसके पक्ष के संदीप पुत्र फेरू सिंह, तपन पुत्र करन सिंह, संजय पुत्र ओमप्रकाश, निखिल पुत्र पदम सिंह आदि टीम से सभी विकास कार्यों का भौतिक सत्यापन करने की बात कही। इस पर पूर्व प्रधान सतेंद्र कुमार एवं उसके पक्ष के सचिन पुत्र ओमपाल, सोनू पुत्र महेंद्र, राहुल पुत्र धर्मपाल तथा प्रीतम पुत्र जगदीश आदि ने विरोध करना शुरू कर दिया।
इसी को लेकर शिकायतकर्ता वीरेंद्र और पूर्व प्रधान सतेंद्र के बीच नोकझोंक शुरू हो गई। दोनों पक्ष के लोग एकदूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाते हुए हंगामा करने लगे। मारपीट होने पर मामले की सूचना रतनपुरी पुलिस को दी गई। पुलिस मौके पर पहुंची और मामला शांत किया। साथ ही एक पक्ष से पूर्व प्रधान सतेंद्र कुमार तथा दूसरे पक्ष से संदीप, तपन एवं संजय को हिरासत में ले लिया। टीम बिना जांच किए ही लौट गई। थाना प्रभारी ने बताया कि पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए हिरासत में लिए गए चारों लोगों का शांतिभंग में चालान किया है।