नई दिल्ली. यंग जनरेशन के लिए फिटनेस का अर्थ स्किनी होने से रह गया है. यानी शरीर पर कहीं एक इंच भी एक्स्ट्रा फैट ना नजर आ जाए. लेकिन ये यंगस्टर्स इस बात से पूरी तरह बेखबर हैं कि इनके शरीर के अंदर स्किनी फैट जमा हो रहा है. ‘स्किनी-फैट’ एक खास टर्म है, जो शरीर में जमा हो रहे ऐसे फैट के लिए उपयोग किया जाता है, जिस फैट में शरीर के फैट का हिस्सा मसल्स फैट से अधिक होता है. ऐसी स्थिति तब बनती है, जब शरीर को सही मात्रा में जरूरी पोषक तत्व नहीं मिलते. खासतौर पर ऐसे पोषक तत्व जो बॉडी मसल्स बनाने का काम करते हैं.

मसल्स बनाने वाले पोषक तत्व
मसल्स बनाने के लिए हमारे शरीर को कुछ खास मैक्रोन्यूट्रिऐंट्स चाहिए होते हैं, जिनमें प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट्स, कुछ खास विटामिन और मिनरल्स चाहिए होते हैं. जैसे-जैसे हमारी उम्र बढ़ने लगती है, मसल्स मास को मेंटेन करना मुश्किल होता जाता है. ऐसे में यदि शुरू से ही शरीर में मसल्स मास ना हो तो शरीर के लिए स्वस्थ रहना असंभव हो जाएगा.

अलग-अलग रिसर्च में यह बात सामने आ चुकी है कि 40 साल की उम्र के बाद हर दस साल में 8 प्रतिशत की दर से हमारे शरीर का मसल्स मास घटने लगता है और यह स्पीड 70 साल की उम्र के बाद डबल हो सकती है. इसलिए शरीर में हेल्दी फैट को स्टोर करने की जरूरत और अधिक बढ़ जाती है. अब सवाल यह उठता है कि आखिर मसल्स हेल्थ को बनाए रखने के लिए क्या खाएं ताकि लंबे समय तक शरीर को फिट रखा जा सके और लंबी उम्र जी जा सके. इसके लिए ये चीजें जरूर खाएं…

दालें
साबुत अनाज
फल और सब्जियां
जमीन के अंदर पैदा होने वाली सब्जियां
फलियां
सूखे मेवे
प्लेन पनीर
दही
देसी चना
भुने हुए चने
मूंगफली
तिल

प्रोटीन के अलावा मसल्स हेल्थ के लिए जरूरी माइक्रो न्यूट्रिऐंट्स भी चाहिए होते हैं. इनमें विटामिन-सी, विटामिन-डी और विटामिन-ई के साथ ही कैल्शियम मुख्य रूप से शामिल है. यदि 50 की उम्र के आस-पास चल रहे लोगों की हेल्थ स्टडी पर नजर डालें तो ज्यादातर लोगों की डायट में उनके शरीर की आवश्यकता के अनुसार प्रोटीन नहीं होता है, जो कि चिंता का विषय है. इसलिए उम्र, हाइट और काम को ध्यान में रखते हुए डॉक्टर से अपनी डायट और सप्लिमेंट्स पर बात करें. इसके लिए किसी भी अच्छे फिजिशियन से संपर्क करना उचित रहेगा.