मुजफ्फरनगर। मुजफ्फरनगर में झोलाछाप चिकित्सकों की लापरवाही के चलते पिछले दिनों कई गर्भवती महिलाओं व नवजात की मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग ने सख्त कदम उठाया। सोमवार को दिन भर की गई छापेमारी के बाद बिना अनुमति संचालित जिले के 41 निजी हास्पिटल को सील कर दिया गया। जबकि दर्जनों नर्सिंग होम को नोटिस जारी किया गया।
सीएमओ डॉ महावीर सिंह फौजदार ने बताया कि सोमवार को निजी चिकित्सालय एवं पैथोलॉजी लैब आदि मे सघन चेकिंग अभियान चलाया गया। जिसके अंतर्गत प्रत्येक ब्लॉक में निजी अस्पतालों मे विभिन्न टीम बनाकर चेकिंग कराई गई तथा जिन अस्पतालों में कमियां मिली उन्हें सील किया गया तथा अन्य अस्पतालों को नोटिस दिए गए।
उन्होंने बताया कि नगरीय क्षेत्र में रुड़की रोड स्थित इंडियन हॉस्पिटल,सेवा डायग्नोस्टिक सेंटर, आस्था हॉस्पिटल, जेयू हॉस्पिटल, एपेक्स हॉस्पिटल को सील किया गया। उन्होंने बताया कि खतौली ब्लॉक में 2 हॉस्पिटल और 7 क्लिनिको को सील किया गया, मोरना ब्लॉक में 4 क्लीनिक तथा 2 पैथोलॉजी लैब सहित 6 हॉस्पिटल को सील किया गया। चरथावल ब्लॉक में एक हॉस्पिटल सील किया गया तथा 4 हॉस्पिटल को नोटिस दिया गया। बुढाना ब्लॉक में तीन लैब एवं तीन क्लीनिक सील किए गए, बघरा ब्लॉक में 3 क्लीनिक सील किए गए तथा 15 को नोटिस दिए गए। शाहपुर ब्लॉक में 7 को नोटिस दिए गए, पुरकाजी ब्लॉक में एक हॉस्पिटल सील किया गया तथा 5 को नोटिस दिए गए, जानसठ ब्लॉक में 4 हॉस्पिटल सील किए गए तथा 6 को नोटिस दिया गया। सदर ब्लॉक में 5 हॉस्पिटल सील किए गए जबकि शहरी क्षेत्र में कुल 6 हॉस्पिटल सील किए गए हैं। उन्होंने बताया कि जनपद में 41 हॉस्पिटल सील किए गए हैं तथा 40 से अधिक हॉस्पिटलों को नोटिस दिया गया है।