शामली। शामली नगर पालिका परिषद शामली की चेयरपर्सन अंजना बंसल और 17 वार्ड सभासदों ने मंगलवार को जिलाधिकारी को अपने पद से त्यागपत्र सौंप दिया है। आरोप है कि नगर पालिका परिषद के बचत खाते में जमा ग्यारह लाख से ज्यादा की रकम का हिसाब नहीं मिल रहा है।

इस प्रकरण सहित अन्य भी कई मामलों में चेयरपर्सन द्वारा कार्यवाही के लिए जिलाधिकारी को पत्राचार किया, लेकिन उस पर कोई कार्यवाही नहीं हुई। इसी वजह से त्यागपत्र देना पड़ रहा है। मंगलवार को चेयरपर्सन अंजना बंसल अपने पति पूर्व विधायक राजेश्वर बंसल और सभासद इकट्ठा होकर कलक्ट्रेट पहुंचे। वहां उन्होंने जिलाधिकारी जसजीत कौर को दिए ज्ञापन में बताया कि वित्तीय वर्ष 2018-19 से लेखा विभाग में कैशबुक व बैंक में लगभग चार करोड़ रुपये का अंतर था।

इसके संबंध में मंडलायुक्त एवं जिलाधिकारी को पत्र भेजे थे, लेकिन उस पर कोई कार्यवाही नहीं हुई। इसके बाद प्राइवेट सीए (चार्टर्ड अकाउंटेंट) द्वारा कैशबुक एवं बैंक का रिकन्सीलेशन तैयार कराया गया, जिसमें अधिशासी अधिकारी एवं लेखाधिकारी नगर पालिका द्वारा वित्तीय वर्ष 2019-20 में 24 फरवरी 2020 में कैशबुक में व्यय पक्ष में उचंत खाते (सस्पेंस खाता) के नाम 11 लाख 44 हजार रुपये की एंट्री दर्शाई गई है।

उस पर अधिशासी अधिकारी और तत्कालीन कार्यवाहक लेखाकार के भी हस्ताक्षर हैं। इस बारे में भी मंडलायुक्त एवं जिलाधिकारी को अवगत कराया, लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हुई। कहा कि यह वित्तीय अनियमितता की श्रेणी में आता है, जिससे नगरपालिका की छवि धूमिल होती है।

इसी कारण क्षुब्ध होकर वह अपने पद से त्यागपत्र देने को मजबूर हुए हैं। त्यागपत्र पर वार्ड सभासद हाजी खालिद, महेश धीमान, राजीव निर्वाल, आस मोहम्मद, सुशीला देवी, प्रमेंद्र कुमार, लोकेश सैनी, पूनम विश्वकर्मा, सायरा बानो, रीना निर्वाल, शाहिदा मंसूरी, किरण समेत 17 सभासदों के हस्ताक्षर किए गए हैं।