रांची। वर्दी सेना की हो या पुलिस की, उसकी अपनी इज्जत होती है। रुतबा होता है। सम्मान होता है। व्यक्ति से ज्यादा वर्दी की लोग इज्जत करते हैं। वजह- यह वर्दी हर किसी को नसीब नहीं होती। जिसे नसीब होती है उसे समाज में अगल इज्जत देती है। सेना की वर्दी अगल तरह की होती है। पुलिस की वर्दी अगल तरह की होती है। वर्दी पर सितारे अगर दमक रहे हैं तो समझ लीजिए कि उसे धारण करने वाले का ओहदा भी उतना ही बुलंद है। यह सितारे पुलिस या जवान की मेहनत के प्रतिफल होते हैं।

लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि पुलिस विभाग में एसपी, सिपाही, इंस्पेक्टर, हवलदार, डीएसपी आदि आदि जो वर्दी धारण करते हैं, उसके लिए सरकार कितने रुपये खर्च करती है? पुलिस विभाग अपने इन अधिकारियों व जवानों के लिए पैसे कहां से लाता है। कई लोग यह समझते हैं कि पुलिस विभाग में बहाली के बाद खुद के पैसे से वर्दी सिलवानी पड़ती है। खुद ही इसका खर्च वहन करना पड़ता है। लेकिन यह सोच गलत है। अपने इन जवानों को पुलिस विभाग सरकारी खजाने से रुपये मुहैया कराता है। सरकार पुलिस विभाग को हर साल बजट देती है। उसी बजट की राशि में इसके लिए भी प्रविधान होता है।

मालूम हो कि झारखंड में एसपी यानी पुलिस अधीक्षक को पुलिस विभाग की ओर से हर साल बीस हजार रुपये वर्दी के लिए दिए जाते हैं। वहीं, सिपाही और हवलदार को 4000 रुपये दिए जाते हैं। एएसआइ से इंस्पेक्टर रैंक तक के अधिकारियों को 4500 रुपये दिए जाते हैं। यानी सबसे अधिक रुपये एसपी को दिए जाते हैं। वैसे भी एसपी जिले का मालिक होता है। वह सबसे बड़ा बॉस होता है। यही वजह है कि आपने कहीं भी एसपी की वर्दी हमेशा चकाचक देखी होगी। प्रशिक्षण के दौरान उन्हें इसकी हिदायत भी दी जाती है।

इस बीच हैरानी की बात यह है कि झारखंड में डीएसपी को वर्दी के लिए कोई भत्ता नहीं मिलता था। जबकि एसपी से नीचे का वह अधिकारी होता है। डीएसपी से प्रोन्नत होकर वह भविष्य में एसपी भी बनता है। पहली बार झारखंड में डीएसपी को भी वर्दी भत्ता देने का आदेश पुलिस मुख्यालय ने जारी किया है। अब डीएसपी को सरकारी खजाने से हर वर्ष वर्दी के लिए एक हजार रुपये मिलेंगे। इस वर्ष से यह लाभ इन्हें दिया जाएगा। मालूम हो कि पुलिस मुख्यालय ने झारखंड सरकार से डीएसपी के लिए भी दूसरे पड़ोसी राज्यों की तरह वर्दी भत्ता दिए जाने संबंधित प्रस्ताव दिया है, जो सरकार के पास विचाराधीन है।

सिपाही से हवलदार : 4000 रुपये।
एएसआइ से इंस्पेक्टर : 4500 रुपये।
एसपी को : 20 हजार रुपये।
डीएसपी रैंक को : 1000 रुपये इस वर्ष से।