मुजफ्फरनगर. मुजफ्फरनगर में छपार के गांव खुड्डा में जरीफ के घर के पीछे के हिस्से से डकैत सीढ़ी लगाकर घर में दाखिल हुए थे। आंधा घंटे बदमाश रुके, इस बीच शोर-शराबा होने पर भागने लगे। डकैतों को घर के अंदर और गांव की भौगोलिक स्थिति की पूरी जानकारी थी। डकैत यह भी जानते थे कि परिवार का कौन सा सदस्य कहां सोता है।
किसान जरीफ का परिवार दहशत में है। गुरुवार रात एक बजे के लगभग डकैत घर में दाखिल हुए। जिस तरह डकैतों ने गुड्डू और जरीफ को निशाना बनाया, उससे जाहिर है कि पहले से ही जानते थे कि दोनों कहां सोए हुए हैं। गुड्डू दिव्यांग है, बदमाशों ने उसे बंधक नहीं बनाया, बल्कि उसके सहारे पहली मंजिल पर सोए शादाब को बुलाकर दरवाजा खुलवा लिया। आधे घंटे में ही डकैतों ने सारा सामान समेट लिया। शोर शराबा शुरू हुुआ तो डकैत भागने लगे। उन्हें यह अंदेशा नहीं रहा होगा कि जरीफ बंधन खोलकर शोर मचा सकता है। इसी वजह से भगदड़ शुरू हुई और शादाब ने विरोध किया। विरोध में शादाब अकेला पड़ गया, जबकि ग्रामीण पहुंचते डकैतों ने गोली चला दी। परिजन और ग्रामीण शादाब को संभालने लगे और बदमाश फरार हो गए।
उधर, डकैती के बाद युवक की हत्या से परिजन सदमे में हैं। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।