मुजफ्फरनगर। जनपद में नगरपालिका परिषद् में सफाई अभियान को लेकर चेयरपर्सन लगातार निरीक्षण करती नजर आ रही हैं, लेकिन फिर भी शहर की सफाई व्यवस्था दोयम दर्जे की ही बनी हुई है। सफाई कर्मचारियों की धींगामुश्ती के लिए कई बार शिकायत सामने आती रही हैं। वार्डों से सफाई कर्मचारियों के मनमाने ढंग से ट्रांसफर और उनके काम पर नहीं आने से सफाई व्यवस्था ठप्प होने के मामले में बने रहते हैं। इसके लिए समय समय पर प्रशासन और सत्ता पक्ष के नेताओं को भी लोग शिकायत करते रहे हैं। अब पालिका में केन्द्रीय राज्यमंत्री संजीव बालियान ने सफाई कर्मचारियों पर अंकुश लगाने के लिए सख्त कदम उठाया है। उन्होंने सबसे पहले डीएम को पत्र लिखकर शहर के वार्डों में तैनात सफाई कर्मचारियों की सूची फोन नम्बर और अवकाश एवं उपस्थिति की स्थिति के विवरण सहित मांगी है। उनकी इस चिट्ठी से पालिका में हलचल मची हुई है।
बता दें कि शहर की सफाई व्यवस्था को लेकर पालिका प्रशासन ने नियमित कर्मचारियों के साथ ही संविदा और दैनिक वेतनभोगी व्यवस्था के आधार पर सफाई कर्मचारियों को रखा हुआ है। इसके बाद भी वार्डों में सफाई व्यवस्था का स्तर सुधार पर नहीं आ रहा है। शहर की सफाई व्यवस्था के लिए केन्द्रीय राज्यमंत्री व स्थानीय सांसद डा. संजीव बालियान ने डीएम सेल्वा कुमारी जे. को 25 जून को पत्र लिखकर नगरपालिका परिषद् मुजफ्फरनगर के सभी 50 वार्डों में सफाई कार्य के लिए तैनात स्थाई कर्मचारी, संविदा और ठेके पर कार्यरत सफाई कर्मचारियों की संख्या, इन कर्मचारियों के नाम व फोन नम्बरों सहित सूची, कर्मचारियों की उपस्थिति एवं अवकाश का विवरण और कर्मचारियों के कार्य क्षेत्र तथा समय सारिणी का विवरण प्राथमिकता पर उपलब्ध कराने के लिए कहा। मंत्री संजीव बालियान के इस पत्र के बाद डीएम ने पालिका के ईओ से कर्मचारियों के सम्बंध में तत्काल सूचना मांगी है।
इसके लिए ईओ के निर्देश पर नगर स्वास्थ्य अधिकारी डा. संजीव कुमार सूचना एकत्र करने में जुट गये, उन्होंने इसके लिए सभी सफाई नायकों को सख्त आदेश जारी करते हुए उनसे अपने अपने क्षेत्र में कार्यरत सफाई कर्मचारियों की उपस्थिति और अवकाश की सूचना उपस्थिति रजिस्टर की छायाप्रति सहित तथा बीट चार्ट उपलब्ध कराने को कहा है। संजीव बालियान की इस चिट्ठी ने पालिका में पूरी हलचल मचा दी है।
सूत्रों के अनुसार पालिका में सफाई कर्मचारियों के ट्रांसफर को लेकर भी बड़ा खेल चल रहा है। किसी वार्ड में कम कर्मचारी हैं तो कहीं पर ज्यादा संख्या में उनको तैनात कर दिया गया है। वार्डों में सफाई कर्मचारी कार्य पर भी नहीं आते हैं। इन सभी शिकायतों को देखते हुए ही केन्द्रीय राज्यमंत्री डा. संजीव बालियान ने अब सफाई कर्मचारियों की धींगामुश्ती पर अंकुश लगाने के लिए यह कदम उठाया है। माना जा रहा है कि अब काम नहीं तो वेतन नहीं की नीति पर सफाई कर्मचारियों के साथ पालिका में व्यवस्था बनाने का प्रयास होगा।