मुजफ्फरनगर। गाजीपुर बॉर्डर पर बीजेपी कार्यकर्ताओं व किसानों के बीच झड़प के बाद मुकदमें भाकियू कार्यकर्ताओं पर मुकदमें दर्ज किए गए जिससे भाकियू कार्यकर्ताओं में काफी रोष है। जिलके चलते भाकियू के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी धर्मेंद्र मलिक ने उत्तर प्रदेश में पुलिस के खिलाफ बड़े प्रदर्शन का ऐलान कर दिया और कहा कि जब तक गाजीपुर बॉर्डर विवाद मामले में किसानों की तरफ से मुकदमा दर्ज नहीं किया जाता तब तक उत्तर प्रदेश के सभी थानों पर भाकियू कार्यकर्ताओं द्वारा घेराव किया जाएगा। इसके साथ ही राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी धर्मेंद्र मलिक ने उत्तर प्रदेश के अधिकतर टोल फ्री करने का ऐलान कर दिया है। भाकियू की मांग है कि गाजीपुर बॉर्डर पर विवाद में किसानों की तरफ से भी मुकदमा दर्ज किया जाए।
इसी क्रम में भाकियू कार्यकर्ताओं ने हाई कमान का आदेश मिलने के बाद थानों का घेराव शुरु कर दिया तथा उत्तर प्रदेश के अधिकतर टोल फ्री करवाएं। भाकियू के बीच बढ़ते रोष को देखते हुए पुलिस प्रशासन अलर्ट हो गया। वहीं कार्यकर्ताओं ने जनपद के शाहपुर, भौराकलां, भोपा, मंसूरपुर के थानों में धरना शुरु कर दिया और तीनों कृषि कानूनों का विरोध करते हुए नारेबाजी की।
दिल्ली में गाजीपुर बॉर्डर पर चल रहे आंदोलन में भाकियू कार्यकर्ताओं के खिलाफ मुकदमा दर्ज किए जाने से किसानों में रोष फैल गया है। भाकियू के पदाधिकारियों के निर्देश पर गुरुवार को कार्यकर्ताओं ने सिवाया टोल फ्री करा दिया। कार्यकर्ताओं ने भकियू की ओर से भी मुकदमा लिखे जाने की मांग की है।
भाकियू पदाधिकारियों के निर्देश पर मेरठ में गुरुवार सुबह 11 बजे सिवाया टोल प्लाजा फ्री करा दिया गया। वहीं मवाना थाने पर धरना दिया जा रहा है। सिवाया टोल प्लाजा पर धरने का नेतृत्व कर रहे मेहराज, उज्जवल, सतीश ईलम सिंह ने बताया कि जब तक मुकदमा वापस और किसान यूनियन की ओर से मामला दर्ज नहीं किया जाएगा, तब तक थाने पर धरना और टोल फ्री रहेगा। उधर, मवाना थाने पर किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं का धरना जारी है।
गाजीपुर बॉर्डर पर भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत के नेतृत्व में आंदोलन चल रहा है। वहीं आंदोलन के दौरान कुछ भाजपा नेता मंच पर पहुंच गए थे। इसके बाद कार्यकर्ताओं ने भाजपा कार्यकर्ताओं को मारपीट कर भगा दिया था। इस मामले में पुलिस ने भारतीय किसान यूनियन के पदाधिकारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया। वहीं जब किसान यूनियन के पदाधिकारी मुकदमा दर्ज कराने पहुंचे तो पुलिस ने मुकदमा दर्ज नहीं किया। इससे कार्यकर्ताओं में रोष फैल गया।