मुजफ्फरनगर। जिले में मॉडल गांव के लिए 134 गांवों को स्वीकृति मिल गई है। इन गांवों में सोलिड वेस्ट मैनेजमेंट में शहरों जैसी सुविधाएं मिलेगी।
गांवों को प्रदूषण मुक्त करने और स्वच्छ बनाए रखने को प्रदेश सरकार ने वेस्ट मैनेजमेंट प्लान शुरू किया है। गांवों में भी शहरों की तरह सुविधाएं दी जाएगी। जिले के 134 गांवों का इसके लिए चयन हुआ है।0मॉडल गांव बनाने की जिम्मेदारी ग्राम पंचायत की होगी। प्रत्येक ग्राम पंचायत में प्रतिदिन कूडे़ का डोर-टू-डोर कलेक्शन होगा। इसके लिए गांव में ई-रिक्शा खरीदी जाएगी।
ई-रिक्शा पर एक लाख 50 हजार से एक लाख 75 हजार तक खर्च होगा। गांवों में जल निकासी की समस्या को समाप्त करने के लिए शॉक पिट बनाए जाएंगे। पानी शुद्ध होकर सीधे नीचे जमीन में जाएगा। फल, सब्जी आदि के वेस्ट से जैविक खाद बनाई जाएगी और इसके लिए कम्पोस्ट पिट बनाई जाएगी।
गांवों में प्लास्टिक बैंक भी बनेगा। कूड़ा कलेक्शन के दौरान जो प्लास्टिक आएगी वह इस प्लास्टिक बैंक में एकत्र होगी। इसके अलावा प्रत्येक गांव में एक आरएफसी सेंटर होगा। इसकी लागत 9.50 लाख होगी। इस सेंटर पर समस्त गांव का कूड़ा एकत्र होगा। सेंटर पर ही इस कूडे़ का निस्तारण होगा।
हमारा लक्ष्य गांवों को साफ सुथरे रखने का है। सरकार की इस योजना में गांवों की जनता का सहयोग लिया जाएगा। योजना पहले 134 गांवों में और इसके बाद अन्य बाकी गांवों में प्रारंभ होगी।