नई दिल्ली. आंख हमारे शरीर का सबसे उपयोगी अंग होने के साथ साथ सबसे आकर्षक अंग भी है. बिना आंख के हम जिंदगी की कल्पना भी नहीं कर सकते, इसलिए इनकी सुरक्षा करना बहुत जरूरी है. बदलती जीवनशैली और खानपान का हमारी आंखों में बड़ा प्रभाव पड़ा है. कमजोर रोशनी की समस्या पहले बुजुर्ग लोगों में दिखाई देती थी लेकिन अब आपको अपने आस पास छोटे छोटे बच्चे भी चश्मा लगाए हुए दिख जाएंगे.
स्मार्टफोन, कंप्यूटर, टीवी जैसे उपकरणों का एक सीमा से अधिक इस्तेमाल करना भी हमारी आंखों की कम रोशनी का कारण है. कोरोना महामारी के बाद से इन उपकरणों का और भी अधिक इस्तेमाल होने लगा है जिसकी वजह से लोगों को आंखों के कमजोर होने का भी डर बना रहता है. ये सभी उपकरण ब्लू किरणें उत्सर्जित करते हैं जो हमारी आंखों के लिए घातक होती हैं.
जिंदगी की भागम-भाग माहौल में हम अब अपनी आंखों की सेहत का ज्यादा ध्यान नहीं रख पाए और न ही इस बात को लेकर ज्यादा परवाह करते हैं कि हम जो खाते पीते हैं और जिस तरह से जीवन जीते हैं उसका आंख पर क्या असर पड़ता है. खराब जीनवशैली और खानपान की वजह से हमारी आंखे लगातार कमजोर होती चली जा रही हैं जिसकी वजह से चश्मा पहनने की नौबत आ जाती है.
फिटनेस ट्रेनर जूही कपूर ने अपने इंस्टाग्राम पोस्ट में कुछ ऐसे तरीके बताएं जिनके माध्यम से हम आंखों की रोशनी को बढ़ा सकते हैं और साथ ही स्वस्थ आंखों को कमजोर होने से रोक सकते हैं. जूही कपूर अपने पोस्ट में कहती हैं कि अगर अपने आहार में प्रतिदिन दो आंवलों का सेवन किया जाए तो आंखों की रोशनी को बढ़ाता है और साथ डिजिटल स्क्रीन के आंखों पर होने वाले दुष्प्रभाव को भी कम करता है.
जूही ने एक योग तकनीक भी बताई जो आंखों की रोशनी को बढ़ाने में मदद करती है. यह योग तकनीक आंखों की मांसपेशियों को मजबूत बनाती है जिससे कमजोर हुई रोशनी बढ़ने लगती है. यदि रोजाना इस योग आसन को किया जाए तो कुछ ही महीने में इसका असर दिखने लगता है.