नई दिल्ली. आजकल लोग रिफाइंड ऑयल और सेचुरेटेड फैट का इस्तेमाल काफी ज्यादा कर रहे हैं, जिससे मोटापा, हाई कोलेस्ट्रॉल, डायबिटीज, हार्ट अटैक, कोरोनरी आर्टरी डिजीज और ट्रिपल वेसल डिजीज ता खतरा पैदा हो जाता है. इसके बावजूद काफी लोग देसी घी खाने का विकल्प नहीं चुनते जिसे बड़े बुजुर्ग हमेशा खाने की सलाह देते हैं. ये न सिर्फ हमारी सेहत को बेहतर रखती है बल्कि कई बीमारियों के जोखिम को कम कर देती है. ग्रेटर नोएडा के GIMS अस्पताल में कार्यरत मशहूर डाइटीशियन डॉ. आयुषी यादव ने बताया कि देसी घी खाने के क्या-क्या फायदे हैं.
बैड कोलेस्ट्रॉल हमारे शरीर का बड़ा दुश्मन है, ये हमारे नसों में जमकर प्लाक बना लेता है, जिससे ब्लॉकेज पैदा हो जाती है, ऐसे में खून को दिल तक पहुंचने में काफी जोर लगाना पड़ता है कई बीमारियां होती है, देसी घी एलडीएल को कम करने में मदद करता है.
अगर शरीर में बैड कोलेस्ट्रोल की मात्रा कम हो जाए तो हमारी धमनियों से ब्लॉकेज हट जाएगी और फिर ब्लड फ्लो सही तरीके से होने लगे. ऐसे में आप दिल की बीमारियों से बच सकते हैं. इसलिए देसी घी का सेवन जरूर करें.
अगर आप रेगुलर के खाने में देसी घी का इस्तेमाल करेंगो तो इससे वजन कम करने में आसानी होगी. घी में फोलिक एसिड और सेचुरेटेड फैटी एसिड पाया जाता है जो वेट गेन करने से रोकते हैं.
देसी घी में ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है जिसकी मदद से मेटबॉलिज्म रेट दुरुस्त हो जाता है, इससे ब्लड शुगर स्पाइक नहीं होता जो डायबिटीज के मरीजों के लिए फायदेमंद है. आप दोपहर के खाने में इसका इस्तेमाल कर सकते है.
कई रिसर्च में साबित हो चुका है कि घी को डाइजेस्ट करना बाकी ऑयल के मुकाबले आसाना होता है, इससे पेट हल्का रहता औ कब्ज, गैस और उल्टी की शिकायत नहीं रहती.
घी में कार्सिनोजन पाए जाते है जो कैंसर के खतरे को काफी हद तक कम कर देते हैं, इसके अलावा कैंसर को बढ़ाने वाले ट्यूमर के बनने से रोकने में घी काफी मदद करता है
देसी घी में विटामिन के पाया जाता है जिसकी मदद से हमारे शरीर की हड्डियां मजबूत हो जाती है और ये आसानी से टूटटी भी नहीं, इसलिए घी जरूर खाएं.