नई दिल्ली. बदलते मौसम में हमें कब कौन से बीमारी घेर ले, कुछ कहा नहीं जा सकता है, क्योंकि हमारे आस-पास कई खतरनाक बीमारियां मौजूद रहती हैं. जब मौसम में बदलाव होता है तो ये बीमारियां एक्टिव हो जाती हैं. इन्हीं में से एक है जोड़ों के दर्द की समस्या. आपने देखा होगा कि घर में बुजुर्ग, महिलाएं और यहां तक कि युवा भी जोड़ों के दर्द से परेशान रहते हैं. जब-जब मौसम बदलने लगता है तो जोड़ों के दर्द की समस्या और बढ़ने लगती है.

सबसे पहले इस बात को समझते हैं कि आखिर जोड़ों में दर्द क्यों होता है? इसे लेकर देश के जाने माने आयुर्वेद डॉक्टर बताते हैं कि घुटनों व जोड़ों के दर्द के पीछे कई कारण हो सकते हैं. इनमें चोट लगना या फिर चिकित्सीय कारण जैसे- अति संवेदनशीलता, तनाव या जोड़ों पर सीधा आघात, फ्रैक्चर्स जिन्हें ठीक तरह से सुधारा न गया हो, एक जोड़ से जुड़े हुए टेंडोनिटिस में सूजन और जलन, साथ ही इसके अलावा कोई रोग, जिसका उपचार चल रहा हो.

गठिया की समस्या होने पर आपके घुटनों व जोडों में सूजन दिखाई देने लगती है. इस सूजन की वजह से आपके घुटने और जोड़ों में दर्द, अकड़न की समस्या होती है, साथ ही फुलाव भी आता है, इस समस्या के ज्यादा बढ़ने पर आपको चलने-फिरने या हिलने-डुलने में भी परेशानी होने लगती है.

सर्दियों का मौसम आते ही जोड़ों के दर्द में ज्यादा दिक्कत होती है. ऐसे में आप गर्म कपड़े की मदद से दर्द वाली जगह पर सिकाई कर सकते हैं. इसके अलावा सर्दियों में गर्म कपड़े जरूर पहनें, इससेभी आपको फायदा मिलेगा.

माना आपके जोड़ों में दर्द है, लेकिन इसका मतलब ये बिल्कुल भी नहीं कि आप शारिरिक गतिविधि नहीं करें. खुद को फिट रखने के लिए एक लंबी सैर कर सकते हैं. साथ ही अपने हाथ-पांव को रोजाना हल्का-हल्का हिला भी सकते हैं.