मुजफ्फरनगर। दीपावली पर शहर की आबो हवा दूषित रही। बढ़ते प्रदूषण को नियंत्रण करने में प्रदूषण विभाग के तमाम प्रयास असफल रहे। जिसके चलते एक्यूआई 230 पहुंच गया। हालांकि दीपावली से पहले यहां 290 के पार पहुंच गया था। दीपावली पर हर साल की तरह इस बार भी लोगों ने जमकर पटोखों छुड़ाए और जमकर आतिशबाजी की। इस दौरान पटाखों व आतिशबाजी से निकले जहरीले धूएं से एक बार फिर हवा खतरनाक हो गई है। जिससे सुबह व शाम के समय कोहरे के रूप में स्माग आने से हवा दूषित हो गई है।
मंगलवार को दीपावली पर हुई आतिशबाजी से आसमना में धूएं का गुबार छा गया। जो स्माग के रूप में मंगलवार सुबह देखने को मिला। देहात क्षेत्र में भी खूब आतिशबाजी हुई। इस दौरान खुब पटाखे छूडाए गए। इस बार चकरी के साथ अनार और 8 से 10 बार आवाज करने वाले रोकेट का क्रेज रहा। जिसे निकलने वाला खतरनाक धूआं लोगों के लिए दिक्कतें पैदा कर रहा है। शहर में सुबह के समय हवा में प्रदूषण की मात्रा 230 एक्यूआई दर्ज किया गया। वहीं शाम के समय यह घटकर 229 एक्यूआई दर्ज किया गया। यहां खतरनाक स्तर पर है। जिसके चलते लोगों को खासी परेशानी व दिक्कतों का समाना करना पड़ रहा है। लगातार बढ़ रहे प्रदूषण को लेकर प्रदूषण विभाग की टीम काम कर रही है। कई स्थानों पर निरीक्षण किए गए। टीम ने लगातार पेपर मिलों को सील किया गया, लेकिन प्रदूषण का ग्राफ बढ़ता ही जा रहा है। जिसके चलते लोगों बीमार पड़ रहे है। डाक्टरों की मानने तो आने वाले दिनों में प्रदूषण का ग्राफ बढ़ता रहा तो सांस के बीमार लोगों को मुश्किल में डाल सकता है।
वायु प्रदूषण के बढ़ने से लोगों को भी दिक्कते का समाना करना पड़ा। हांलाकि इस दीपावली लोगों ने अपेक्षा से कम पटाखे व आतिशबाजी की। जिसके दीपावली के बाद वायू प्रदूषण का ग्राफ कम हुआ है। इसके अलावा विभाग द्वारा लगातार जनपद में अवैध रूप से चल रहे पेपर मील व अन्य औधोगिक इकाइयों का निरीक्षण किया जा रहा है।