नई दिल्ली. खीरा ज्यादातर लोगों को खाना पसंद होता है. गर्मी के मौसम में खीरे का सेवन लोग खूब करते हैं, क्योंकि यह शरीर में पानी की कमी नहीं होने देता है. ऐसा इसलिए, क्योंकि खीरे में पानी की मात्रा सबसे अधिक होती है. बात करें खीरे में मौजूद पोषक तत्वों की तो इसमें इलेक्ट्रोलाइट्स के साथ-साथ, कई तरह के मिनरल्स, विटामिंस आदि मौजूद होते हैं. आमतौर पर लोग खीरे को काटकर उस पर नमक लगाकर खाते हैं. साथ ही सलाद, रायता में भी इसका अधिक इस्तेमाल किया जाता है. नई दिल्ली. खीरा ज्यादातर लोगों को खाना पसंद होता है. गर्मी के मौसम में खीरे का सेवन लोग खूब करते हैं, क्योंकि यह शरीर में पानी की कमी नहीं होने देता है. ऐसा इसलिए, क्योंकि खीरे में पानी की मात्रा सबसे अधिक होती है. बात करें खीरे में मौजूद पोषक तत्वों की तो इसमें इलेक्ट्रोलाइट्स के साथ-साथ, कई तरह के मिनरल्स, विटामिंस आदि मौजूद होते हैं. आमतौर पर लोग खीरे को काटकर उस पर नमक लगाकर खाते हैं. साथ ही सलाद, रायता में भी इसका अधिक इस्तेमाल किया जाता है. खीरे के सेहत लाभ तो कई हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि इसके अधिक सेवन से भी सेहत को कुछ नुकसान भी हो सकते हैं? नहीं जानते हैं तो पढ़ें यहां खीरा अधिक खाने से होने वाले नुकसान के बारे में.
कई बार जब आप ताजे खीरे को काट कर रख देते हैं तो उनका स्वाद तो खराब हो ही जाता है, वे कड़वे भी हो जाते हैं. ऐसा इसलिए, क्योंकि खीरे में कुकर्बिटैसिन और टेट्रासाइक्लिक ट्राइटरपेनिओइड जैसे केमिकल्स होते हैं, जो खीरे को कड़वा कर देते हैं. ये टॉक्सिक केमिकल्स होते हैं, जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक भी हो सकते हैं. इससे कई बार एलर्जी की समस्या भी हो सकती है.
खीरे के बीज में फाइबर की मात्रा अधिक होती है. साथ ही इनमें कुकर्बिटिन भी अधिक होता है. यह एक प्रकार का कम्पाउंड है, जिसमें मूत्रवर्धक गुण होते हैं. हालांकि, खीरे में मूत्रवर्धक यौगिक की मात्रा हल्की होती है, लेकिन जब खीरे का अधिक मात्रा में सेवन किया जाए तो इससे पानी की अत्यधिक कमी हो सकती है. आप डिहाइड्रेशन के शिकार भी हो सकते हैं.
खीरा में पोटैशियम काफी होता है, जो रक्तचाप को कंट्रोल करने में मदद करता है. हालांकि, खीरा अधिक खाने से हाइपरक्लेमिया जैसी स्वास्थ्य स्थितियों को ट्रिगर कर सकता है. इससे सूजन, ऐंठन, गैस और किडनी संबंधित समस्याएं हो सकती हैं.
खीरे में पानी की मात्रा लगभग 90% होता है. यह वेसल्स में रक्त की शुद्ध मात्रा को बढ़ाता है, जो हृदय को ब्लड पंप करने वाली रक्त वाहिकाओं पर दबाव डालता है. जब आप अतिरिक्त तरल पदार्थ का सेवन करते हैं तो इससे वाहिकाओं का दबाव बढ़ता है और इलेक्ट्रोलाइट असंतुलन को भी बाधित करता है.
रात में आप खीरा खाते हैं तो ऐसा ना करें. सोने से पहले खीरे का सेवन नींद को प्रभावित कर सकता है. इससे भोजन जल्दी पचने में परेशानी हो सकती है. इस तरह से आपकी नींद भी बाधित हो सकती है. इससे पेट फूलने या ब्लोटिंग की समस्या भी हो सकती है.
कई बार जब आप ताजे खीरे को काट कर रख देते हैं तो उनका स्वाद तो खराब हो ही जाता है, वे कड़वे भी हो जाते हैं. ऐसा इसलिए, क्योंकि खीरे में कुकर्बिटैसिन और टेट्रासाइक्लिक ट्राइटरपेनिओइड जैसे केमिकल्स होते हैं, जो खीरे को कड़वा कर देते हैं. ये टॉक्सिक केमिकल्स होते हैं, जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक भी हो सकते हैं. इससे कई बार एलर्जी की समस्या भी हो सकती है.
खीरे के बीज में फाइबर की मात्रा अधिक होती है. साथ ही इनमें कुकर्बिटिन भी अधिक होता है. यह एक प्रकार का कम्पाउंड है, जिसमें मूत्रवर्धक गुण होते हैं. हालांकि, खीरे में मूत्रवर्धक यौगिक की मात्रा हल्की होती है, लेकिन जब खीरे का अधिक मात्रा में सेवन किया जाए तो इससे पानी की अत्यधिक कमी हो सकती है. आप डिहाइड्रेशन के शिकार भी हो सकते हैं.
खीरा में पोटैशियम काफी होता है, जो रक्तचाप को कंट्रोल करने में मदद करता है. हालांकि, खीरा अधिक खाने से हाइपरक्लेमिया जैसी स्वास्थ्य स्थितियों को ट्रिगर कर सकता है. इससे सूजन, ऐंठन, गैस और किडनी संबंधित समस्याएं हो सकती हैं.
खीरे में पानी की मात्रा लगभग 90% होता है. यह वेसल्स में रक्त की शुद्ध मात्रा को बढ़ाता है, जो हृदय को ब्लड पंप करने वाली रक्त वाहिकाओं पर दबाव डालता है. जब आप अतिरिक्त तरल पदार्थ का सेवन करते हैं तो इससे वाहिकाओं का दबाव बढ़ता है और इलेक्ट्रोलाइट असंतुलन को भी बाधित करता है.
रात में आप खीरा खाते हैं तो ऐसा ना करें. सोने से पहले खीरे का सेवन नींद को प्रभावित कर सकता है. इससे भोजन जल्दी पचने में परेशानी हो सकती है. इस तरह से आपकी नींद भी बाधित हो सकती है. इससे पेट फूलने या ब्लोटिंग की समस्या भी हो सकती है.