मुजफ्फरनगर। यात्री सेवा समिति (पीएससी) के अध्यक्ष रमेश चंद्र रत्न ने अन्य सदस्यों के साथ रेलवे स्टेशन का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर एक पर हुए गड्ढों व पड़ी दरारें को लेकर नाराजगी जाहिर की। उन्होंने कहा कि 10 दिन के अंदर रेलवे स्टेशन पर सभी प्लेटफॉर्म्स गड्ढा मुक्त होने चाहिए। इसके अलावा उन्होंने मूलभूत सुविधाओं में नियमों का पालन नहीं करने पर खानपान व बुक स्टाल पर जुर्माना की चेतावनी भी दी। उन्होंने छात्राओं व यात्रियों से स्टेशन पर मिलने वाली सुविधाओं व स्टेशन की बदली सूरत के बारे में भी चर्चा की।

बुधवार को यात्री सेवा समिति (पीएससी) के अध्यक्ष रमेश चंद्र रत्न दोपहर के समय मुजफ्फरनगर रेलवे स्टेशन पहुंचे। इस दौरान उन्होंने रेलवे स्टेशन पर मिलने वाले सुविधाओं का जायजा लिया। उन्होंने अन्य सदस्यों के साथ रेलवे स्टेशन का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने प्लेटफार्म नंबर पर फर्श में पड़ी दरारों का गड्ढों को लेकर खासी नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने इंजीनियरों को चेतावनी देते हुए कहा कि काम में कोई भी ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। यात्री दिन रात सफर कर स्टेशन पर गड्ढों में धक्के खाने के लिए नहीं उतरते हैं उन्हें स्वच्छ सुंदर और गड्ढा मुक्त प्लेटफार्म प्रदान करना हमारी जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि 10 दिन के अंदर यह कार्य पूरा हो जाना चाहिए और इसकी रिपोर्ट भी हमें मुहैया कराई जाए ‌ इसके अलावा उन्होंने छात्राओं से बातचीत की। उन्होंने छात्राओं से पूछा कि रेलवे स्टेशन पर किसी प्रकार की कोई परेशानी तो नहीं होती। जिस पर छात्राओं ने उन्हें बताया कि रेलवे स्टेशन पर सुरक्षा ठीक है। से काफी पहले से काफी बैटर स्थिति में अब रेलवे स्टेशन है। इसके अलावा उन्होंने प्लेटफार्म पर पंखे नहीं लगाने पर भी नाराजगी जाहिर की। उन्होंने अधिकारियों को तुरंत पंखे लगवाने को कहा। इस दौरान उन्होंने यात्रियों से भी बातचीत की और व्यवस्थाओं की जानकारी ली। इस दौरान उन्होंने कहा कि कहा कि स्टेशन पर मौजूद रेल कर्मियों को भ्रष्टाचार से दूर रहने की हिदायत दी। इस दौरान उन्होंने रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म, प्रतीक्षालय, खानपान के स्टाल व अन्य स्थानों की जांच की। एक नंबर प्लेटफार्म पर गड्ढों को जल्द से जल्द ठीक कराने की हिदायत भी दी। उन्होंने प्रतीक्षालय में खानपान के स्टाल पर -बिल नहीं तो भुगतान नहीं करने की अपील भी की।