मुजफ्फरनगर। बुढ़ाना क्षेत्र के लुहसाना गांव में अस्थि चोरों का एक रैकेट रहस्य का विषय बन गया है। अब लोग शवदाह की प्रक्रिया पूरी होने तक पूरी रात पहरा दे रहे हैं। श्मशान की सुलगती चिताओं से अस्थि चोरी की हैरान करने वाली घटनाएं सामने आई हैं। इस श्मशान में कोई है, कहीं अस्थि चोर तो नहीं ? कुछ ऐसी आवाजें गांव में रहस्य बनकर तैर रही हैं।
कहा जाता है कि कफन में जेब नहीं होती, यानी सब कुछ यहीं रह जाता है, लेकिन लुहसाना गांव में अस्थि तक सुरक्षित नहीं है। यहां एक अजीब सा डर लोगों के मन में घर कर रहा है। यह कोई अंधविश्वास है या फिर तंत्र मंत्र की दुनिया, लोग इस सवाल का जवाब तनाश रहे हैं।
करीब छह माह पूर्व यहां एक व्यक्ति के अंतिम संस्कार के बाद यह मामला सामने आया। परिवार वाले अस्थि विसर्जन के लिए पहुंचे तो उन्हें कुछ नहीं मिला। गांव निवासी सुभाष चंद सैनी, परवेश कुमार, शिवम, सोनू आदि ने बताया कि गांव में कई बार अस्थि चोरी की घटनाएं हुई हैं। इसके बाद श्मशान स्थल पर पहरा देने का सिलसिला शुरू हुआ। लोग अंतिम संस्कार के बाद अस्थि विसर्जन तक श्मशान स्थल पर रातभर पहरा देते हैं, क्योंकि रात के समय ही अस्थि चोरी की घटनाएं होती हैं।
एक महीने पूर्व भी अस्थियां चोरी हुई थीं। यूपी 112 पर काल करके पुलिस को सूचना दी गई, लेकिन कार्रवाई नहीं की गई। ग्रामीणों का अंदेशा है कि संभवतः ये हरकत तांत्रिक कर रहे हैं। अथवा किसी अन्य अंधविश्वास में अस्थियों को चोरी किया जा रहा है। तीन दिन पूर्व गांव में बुखार के चलते एक महिला की मौत हुई थी। पूर्व में हुई घटनाओं के चलते परिवार वाले डरे हुए थे, इसलिए उन्होंने पूरी रात श्मशान स्थल पर पहरा दिया।
इस तरह की घटनाओं की कोई जानकारी नहीं मिली है। न ही गांव वालों ने तहरीर दी है। तहरीर मिलती है तो जांच कर कार्रवाई की जाएगी। ग्रामीणों से भी इस बारे में बातचीत की जाएगी।