नई दिल्ली। टी20 वर्ल्ड कप के दूसरे सेमीफाइनल मैच में टीम इंडिया का सामना इंग्लैंड से होने वाला है। इस वर्ल्ड कप की बात करें तो टीम इंडिया ने 5 में से 4 मैच जीतकर बतौर टेबल टॉपर सेमीफाइनल में जगह बनाई थी लेकिन हालिया कुछ सालों में आइसीसी इवेंट में टीम का प्रदर्शन चिंता का विषय रहा है। इंग्लैंड के खिलाफ जब टीम इंडिया एडिलेड के मैदान पर उतरेगी तो उसके सामने इसी भ्रमजाल को तोड़ने की चुनौती होगी।
2013 के बाद टीम इंडिया आइसीसी इवेंट के नॉक आउट मैच में संघर्ष करते नजर आई है। इस बात की गवाही ये आकड़ें दे रहे हैं। टीम इंडिया 2014 टी20 वर्ल्ड कप के फाइनल में हार गई थी। उसके बाद एक बार फिर 2016 टी20 वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में उसे हार का सामना करना पड़ा। चैपिंयंस ट्रॉफी 2017 में भी टीम आखिरी बाधा को पार नहीं कर पाई और फाइनल में पाकिस्तान से हार गई।
2019 वनडे वर्ल्ड कप में जब टीम इंडिया अच्छी लय में नजर आ रही थी और रोहित शर्मा अपने बेस्ट फॉर्म में थे तब भी सेमीफाइनल मैच में न्यूजीलैंड के हाथों टीम को बाहर जाना पड़ा था।
रोहित शर्मा की बात करें तो वह इन सभी मैचों का हिस्सा थे लेकिन बतौर कप्तान उनके पास इस रिकॉर्ड को बदलने का मौका है। इस वर्ल्ड कप में बतौर खिलाड़ी भी रोहित शर्मा का रिकॉर्ड अच्छा नहीं रहा है। नीदरलैंड के खिलाफ मैच की बात को छोड़ दिया जाए तो रोहित शर्मा का बल्ला खामोश ही रहा है। अब तक खेले गए 5 मैच में रोहित शर्मा ने केवल 89 रन बनाए हैं।