मुजफ्फरनगर। किसान नेता चौधरी जगबीर सिंह की हत्या के मामले में शुक्रवार को भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत कोर्ट में पेश हुए। दोनों पक्षों की बहस सुनने के बाद कोर्ट ने मामले की अगली सुनवाई के लिए 21 नवंबर निर्धारित की गई है। वर्ष 2003 में किसान नेता चौधरी जगवीर सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
जगवीर सिंह की हत्या के मामले में उनके पुत्र रालोद नेता और पूर्व मंत्री योगराज सिंह ने गांव अलावलपुर निवासी राजीव और प्रवीण के साथ-साथ भाकियू के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत को भी नामजद कराया था। सुनवाई के दौरान आरोपित राजीव और प्रवीण की मौत हो चुकी है। काफी समय से जगवीर सिंह हत्याकांड मामले की सुनवाई एडीजे कोर्ट संख्या 11 में चल रही थी। कई माह पूर्व मामले को एडीजे कोर्ट संख्या छह में ट्रांसफर कर दिया गया था। शुक्रवार को कोर्ट में मामले की सुनवाई थी। इस दौरान चौधरी नरेश टिकैत भी कोर्ट में पेश हुए। सुनवाई के बाद कोर्ट ने आगामी सुनवाई के लिए 21 नवंबर की तिथि निर्धारित की है।
भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत ने भाकियू की मासिक पंचायत को संबोधित करते हुए कहा कि देश का हाल खराब है। देश बिकने के कगार पर खड़ा है। किसानों को लंबा संघर्ष करना पड़ेगा, जिस प्रकार आजादी की लड़ाई के लिए लंबा संघर्ष चला, उसी प्रकार किसानों का संघर्ष भी लंबा चलेगा। उन्होंने आगामी 26 नवंबर को लखनऊ में होने वाले धरना प्रदर्शन में अधिक से अधिक संख्या में पहुंचने का आह्वान किया। कहा, पूरे देश में 26 नवंबर को प्रत्येक राज्य की राजधानी में सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया जाएगा। गुरुवार को किसान भवन में आयोजित बैठक में किसानों को संबोधित करते हुए राकेश टिकैत ने कहा कि देश बिकने के कगार पर खड़ा है। सरकार आवाज उठाने वाले लोगों व संगठन को दबा रही है। जमीन छीनने की योजनाएं बनाई जा रही है। संघर्ष में कुर्बानी देनी पड़ेगी, अधिकारी किसी की बात नहीं सुन रहे हैं।