मुजफ्फरनगर। चेयरपर्सन अंजू अग्रवाल ने हाईकोर्ट के आदेश के बाद पदभार ग्रहण कर लिया है, लेकिन अभी तक उन्हें वित्तीय अधिकार नहीं दिए गए हैं। बृहस्पतिवार को चेयरपर्सन ने पालिका पहुंचकर अधिकारियों की बैठक बुलाई। ईओ हेमराज सिंह प्रयागराज गए हुए हैं और पालिका के अन्य विभागों के अधिकारी बैठक में शामिल नहीं हुए।
न्यायालय के आदेश की कॉपी प्रशासनिक अधिकारियों को दिए जाने के बाद भी अंजू अग्रवाल को अभी तक वित्तीय अधिकार नहीं मिले हैं। चेयरपर्सन सुबह साढे़ दस बजे दफ्तर पहुंचीं और समीक्षा बैठक के लिए अधिकारियों और लिपिकों को बुलाया।
ईओ हेमराज सहित अन्य अधिकारी नहीं पहुंचे। उनकी बैठक में केवल पालिका के बाबू ही रह गए। चेयरपर्सन का कहना है कि उन्हें जान बूझकर परेशान किया जा रहा है। ट्रेजरी में उनके हस्ताक्षर नहीं कराए गए हैं। ईओ अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन नहीं कर रहे हैं।
उन्होंने बताया कि शहर में डेंगू सहित संक्रामक रोग फैल रहे हैं, ऐसे में अफसरों और लिपिकों को समीक्षा बैठक बुलाई गई थी। कुछ लोग छुट्टी पर हैं, कुछ अनुपस्थित हैं और कुछ की ड्यूटी बीएलओ में लगी है। ट्रेजरी में हस्ताक्षर नहीं कराने को उच्चाधिकारियों को अवगत करा दिया है। इलाहाबाद में अपने अधिवक्ताओं से भी बात की है। मेरे साथ जो हो रहा है यह सीधे कोर्ट की अवमानना है।
ईओ हेमराज का कहना है कि वह इलाहाबाद में है। चेयरपर्सन के ट्रेजरी में हस्ताक्षर एकाउंट का बाबू क राएगा।
चेयरपर्सन अंजू अग्रवाल का आरोप है कि बृहस्पतिवार को जब उन्होंने चार्ज लिया तो ईओ ऑफिस में थे, मेरे पहुंचते ही बहाने से गायब हो गए। उसके बाद से नहीं मिले।