मुजफ्फरनगर। एमबीए की पढ़ाई पूरी करने वाले एक युवक ने डॉक्टरी की पढ़ाई करने के लिए उम्र और आधार कार्ड, पैन कार्ड में फर्जीवाड़ा कर दिया। शिकायतकर्ता ने उम्र घटाने से पहला और बाद का आधार कार्ड, पेन कार्ड, हाईस्कूल एवं इंटरमीडिएट की परीक्षा दो-दो बार पास करने के सबूत प्रशासन को दिए हैं। डीएम सीबी सिंह ने इस मामले में जांच बैठा दी है।

डीएम सीबी सिंह से शिकायत की गई है कि खतौली के जमुना विहार के रहने वाले मोहित कुमार ने डॉक्टर बनने की इच्छा में अपनी उम्र में 11 साल की हेराफेरी की है। मोहित की जन्म तिथि पांच मार्च 1989 है। इसी के आधार पर उसका आधार कार्ड, पैन कार्ड और ड्राइविंग लाइसेंस बना है। उसने हाईस्कूल और इंटरमीडिएट खतौली के शिशु शिक्षा निकेतन से की है। एमबीए वर्ष 2010 से 12 तक डॉ एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय से की है।

अब बाद में मोहित ने डॉक्टर बनने के लिए मोहित कुमार के स्थान पर मोहित राजपूत के नाम आधार कार्ड, पैन कार्ड और ड्राइविंग लाइसेंस बनवाया है। इसमें जन्मतिथि दो अप्रैल 2000 दर्शाई गई है। शिकायत कर्ता ने दोनों आधार, पैन कार्ड की कॉपी भी डीएम को दी है। यह भी बताया कि मोहित इस समय केजीएम मेडिकल कॉलेज पिलखुवा से बीएएमएस कर रहा है। मेडिकल की पढ़ाई के लिए आयु सीमा 25 वर्ष तक है। इस कारण मोहित ने अपनी आयु 11 साल घटा दी है। इसके लिए उसने हाईस्कूल और इंटर की परीक्षा भी दोबारा दी है। इसके सबूत भी संलग्न किए गए हैं। सभी प्रमाण पत्रों में पिता का नाम एक ही है, यह किसी में नहीं बदला गया है। शिकायत कर्ता ने डीएम से अपना नाम गुप्त रखने के लिए भी कहा है। डीएम सीबी सिंह ने बताया कि इस मामले में जांच बैठा दी है। जांच के बाद ही कार्रवाई की जाएगी।