मुजफ्फरनगर। नवनिर्वाचित विधायक मदन भैया को पुलिस ने काफिले के साथ खतौली बॉर्डर से आगे नहीं बढ़ने दिया। पुलिस का कहना था कि जनपद में आचार संहिता लगी हुई है। काफिले के साथ एंट्री से जिले में कानून व्यवस्था भंग होने का खतरा पैदा होगा। वहीं खतौली में पुलिस ने रोका तो विधायक मदन भैया जंगल के रास्ते सिसौली पहुंच गए। यहां विधायक मदन भैया ने चौधरी नरेश टिकैत को लड्डू खिलाया, जिस पर समर्थकों ने खुशी जाहिर की।

बता दें कि शनिवार दोपहर के समय मदन भैया गठबंधन के नेताओं और अपने समर्थकों के साथ भंगेला होते हुए खतौली जाने की कोशिश कर रहे थे। समाजवादी पार्टी कार्यालय और रालोद कार्यालय पर उनका स्वागत होना था। रोके जाने पर विधायक ने कहा कि लोकतंत्र में ऐसा पहली बार हुआ है कि नवनिर्वाचित विधायक को उनकी ही विधानसभा में नहीं जाने दिया जा रहा है।

आरोप लगाया कि केंद्रीय मंत्री के इशारे पर यह सब पुलिस कर रही है। मदन ने यह भी कहा कि वह शपथ के बाद वापस लौटेंगे और विधानसभा में भी यह मामला उठाएंगे।

खतौली में काफिला लेकर जनता के बीच जा रहे रालोद विधायक मदन भैया का काफिला मेरठ में सिवाया टोल प्लाजा पर पुलिस ने रोक दिया। काफिला आने की सूचना पर पहले से ही टोल प्लाजा पर भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया था। हालांकि, यहां से काफिला खतौली के लिए रवाना हो गया। लेकिन, खतौली थाना क्षेत्र के भंगेला में पहुंचने के बाद पुलिस ने काफिले को खतौली में नहीं घुसने दिया और मदन भैया को वापस लौटना पड़ा।

हाल ही में हुए उपचुनाव में खतौली विधानसभा से राष्ट्रीय लोक दल के मदन भैया ने भाजपा प्रत्याशी राजकुमारी सैनी को पराजित किया। जीत के बाद पहली बार काफिला लेकर मदन भैया अपनी विधानसभा में शनिवार को जा रहे थे। काफिला आने की सूचना पर पहले से ही सिवाया टोल प्लाजा पर भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया। जैसे ही काफिला टोल प्लाजा पर पहुंचा तो पुलिस ने काफिले को आगे जाने से रोक दिया, जिस पर विधायक मदन भैया व कार्यकर्ताओं की पुलिस से तीखी नोकझोंक भी हुई। बाद में काफिला खतौली की ओर रवाना हो गया।

इसके बाद खतौली थाना क्षेत्र के भंगेला गांव में भारी पुलिस बल काफिला आने की सूचना पर तैनात कर दिया गया। पुलिस बल ने काफिले को खतौली में नहीं घुसने दिया। जिसके, बाद विधायक मदन भैया को काफिले के साथ वापस लौटना पड़ा।

वहीं पत्रकारों से रूबरू होते हुए मदन भैया ने आरोप कि उन्हें क्षेत्र की जनता ने चुना है और क्षेत्र की जनता के पास पहुंचने से उन्हें रोका जा रहा है। यह लोकतंत्र की हत्या है। सरकार अपने अधिकारों का दुरुपयोग कर रही है, जिसकी वह निंदा करते हैं।