नींबू पानी तो आपने पिया ही होगा, तो जाहिर है आप इसके गुणों से भी वाकिफ ही होंगे। दरअसल, यह भारत में सबसे ज्यादा इस्तेमाल किए जाने वाले खाद्य पदार्थों में से एक है। इसका इस्तेमाल खाने का स्वाद बढ़ाने के लिए तो किया ही जाता है, साथ ही आयुर्वेद और पारंपरिक औषधियों में भी कई तरह से इसका इस्तेमाल किया जाता है। कुछ लोग तो वजन घटाने के लिए नियमित रूप से नींबू पानी पीते हैं।

वहीं इसमें शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकाल कर शरीर को स्वस्छ बनाने वाले गुण भी पाए जाते हैं। चूंकि नींबू को विटामिन-सी का बेहतरीन स्रोत माना जाता है, ऐसे में यह शरीर की इम्यूनिटी को बढ़ाता है और एंटी-एजिंग का भी काम करता है। ये तो हो गई नींबू से होने वाले फायदों की बातें, लेकिन क्या आप जानते हैं कि इसका अधिक सेवन सेहत के लिए नुकसानदायक भी हो सकता है? आइए जानत हैं कि नींबू के अधिक सेवन से किस तरह की समस्याएं हो सकती हैं? 

नींबू में सिट्रस एसिड होता है। विशेषज्ञ कहते हैं कि अगर दांतों में इसका ज्यादा संपर्क हो तो दांत संवेदनशील हो जाते हैं। बार-बार नींबू के रस के संपर्क से दांतों की ऊपरी सतह को नुकसान पहुंच सकता है। इसीलिए नींबू के रस को पानी में मिलाकर पीने की सलाह दी जाती है। 

अगर आपको एसिडिटी की समस्या है तो नींबू का सेवन बिल्कुल न करें, क्योंकि इसमें एसिड होता है और यह आपकी समस्या को और बढ़ा सकता है। इसके अलावा नींबू पानी का अधिक सेवन सीने में जलन की समस्या भी पैदा कर सकता है। 

नींबू का अधिक सेवन करने से अस्थमा की समस्या बढ़ सकती है। इसके अलावा अगर आपको माइग्रेन की समस्या है तो डॉक्टर की सलाह पर ही नींबू का सेवन करें, कहीं ऐसा न हो कि ये आपकी समस्याओं को और बढ़ा दे। 

चूंकि नींबू अत्यधिक अम्लीय होता है और ज्यादा अम्लीय चीजों के सेवन से ही अल्सर की समस्या होती है, ऐसे में विशेषज्ञ कहते हैं कि नींबू पानी के अधिक सेवन से पेप्टिक अल्सर की समस्या और भी गंभीर हो सकती है। ऐसे मरीजों को नींबू पानी के सेवन से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर ले लेनी चाहिए।