मुजफ्फरनगर। कंसोर्टियम ऑफ़ इंडियन फार्मर्स एसोसिएशन (सिफ़ा) कर्नाटक की ओर से बंगलुरु में दस वर्षों के लिए कृषि केंद्रित एजेंडा तैयार करने के लिए बैठक हुई है।

भाकियू अराजनैतिक के राष्ट्रीय प्रवक्ता धर्मेंद्र मलिक, पीजेंट के चेयरमैन अशोक बालियान ,सिफ़ा के अध्यक्ष रघुनाथ दादा पाटिल, कन्वेनर शंकर नारायण रेड्डी व मुख्य सलाहकार पी चेंगल रेड्डी, भाकियू (अम्बवता) के राष्ट्रीय महासचिव शमशेर सिंह दहिया, हिंद मजदूर सभा के किसान नेता सतीश कुमार ने भाग लिया और विचार रखे। धर्मेंद्र मलिक ने कहा कि सभी मुख्य फसलों, मुख्य फल-सब्जी, दूध व शहद आदि को न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) के दायरे में लाया जाना चाहिए। बाजार हस्तक्षेप योजना को प्रभावी बनाया जाये। औसत बाजार भाव और लक्षित भाव के बीच जो अंतर हो, वो राशि यानि बाजार में हानि का भुगतान (मार्केट लॉस पेमेंट) किसानों को डीबीडी के माध्यम से किया जाए। भारतीय प्रशासनिक सेवा की तर्ज पर भारतीय कृषि सेवा का एक केंद्रीय कैडर बनाया जाना चाहिए।