आखिरकार जिला सहकारी बैंक में बड़े पैमाने पर कर्मचारियों के तबादलों में गड़बड़झाले में सहकारी बैंक के सचिव/ मुख्य कार्यपालक पर गाज गिर ही गई। सहकारी बैंक यूनियन के पदाधिकारी आदि ने सचिव पर नियमों को ताक पर रख कर्मचारियों के स्थानांतरण की शिकायत की थी। प्रारंभिक जांच आख्या पर आयुक्त एवं निबंधक सहकारिता एवं प्रमुख सचिव सहकारिता लखनऊ ने मुजफ्फरनगर जिला सहकारी बैंक के सचिव/मुख्य कार्यपालक अधिकारी को निलंबित कर दिया है।

जिला सहकारी बैंक के संचालक एवं रालोद जिलाध्यक्ष संदीप सिंह एवं कॉपरेटिव बैंक इम्लाइज यूनियन के प्रदेशाध्यक्ष राजकुमार शर्मा आदि पदाधिकारियों ने शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायत में जिला सहकारी बैंक के सचिव प्रवीन कुमार द्वारा शासन की कर्मचारी स्थानांतरण नीतियों का उल्लंघन कर बड़े पैमाने पर कर्मचारियों के स्थानांतरण करने का आरोप लगाया गया था। संचालक संदीप सिंह का आरोप था कि एक अप्रैल से लेकर दिसंबर माह तक सचिव प्रवीन कुमार ने कार्यरत 230 बैंक कर्मचारियों के सामपे 105 कर्मचारियों के स्थानांतरण नियम विरुद्ध किए गए हैं।

इस पर आयुक्त निंबंधक सहकारिता लखनऊ ने डिप्टी रजिस्ट्रार सहारनपुर मंडल योगेंद्र पाल सिंह एवं एआर कॉपेरटिव रत्नाकर सिंह को जांच सौंपी थी। उक्त जांच समिति अपनी रिपोर्ट शासन को भेजी। इस पर जांच आंख्या के आयुक्त निबंधक सहकारिता एवं प्रमुख सचिव सहकारिता ने जिला सहकारी बैंक मुजफ्फरनगर के सचिव/मुख्य कार्यपालक अधिकारी प्रवीन सिंह के निलंबन के आदेश दिए हैं। जांच में पाया गया है कि सचिव प्रवीन ने कई कर्मचारियों के स्थानांतरण बिना कारण अथवा बिन जांच एवं परीक्षण के ही किए गए हैं।