नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट टीम के स्टार खिलाड़ी ऋषभ पंत शुक्रवार को रुड़की के बाद कार एक्सीडेंट में गंभीर रूप से घायल हो गए. इसके बाद पंत को देहरादून के मैक्स हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया था, जहां उनका इलाज चल रहा है. पंत के फैन उनके जल्द से जल्द ठीक होने के लिए दुआ कर रहे हैं, लेकिन इस बीच इस बात को लेकर भी बहस चल रही है कि आखिर उनका एक्सीडेंट कैसे हुआ और इसको लेकर कई तरह के बयान आ रहे हैं. अब एनएचएआई अधिकारी ने बड़ा खुलासा किया है और बताया है कि जिस जगह पर पंत का एक्सीडेंट हुआ था, वहां सड़क पर कोई गड्ढा नहीं था.

भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के एक अधिकारी ने बताया है कि जिस सड़क पर क्रिकेटर ऋषभ पंत की कार का एक्सीडेंट हुआ था, वहां कोई गड्ढा नहीं था. एनएचएआई रुड़की डिवीजन के परियोजना निदेशक प्रदीप सिंह गुसाईं ने कहा, ‘जिस जगह एक्सीडेंट हुआ, वहां सड़क पर कोई गड्ढा नहीं था. जिस सड़क पर कार दुर्घटनाग्रस्त हुई, वह राजमार्ग से सटी एक नहर (रजवाहा) के कारण सड़क संकरी है यानी वहां चौड़ाई कम है. इस नहर का इस्तेमाल सिंचाई के लिए किया जाता है.’

बता दें कि उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को देहरादून के मैक्स अस्पताल में क्रिकेटर ऋषभ पंत से मुलाकात की थी. इसके बाद उन्होंने कहा था कि पंत ने उन्हें बताया कि उनकी कार दुर्घटनाग्रस्त हुई, जब वह राजमार्ग पर एक गड्ढे से बचने की कोशिश कर रहे थे. पुष्कर सिंह धामी ने पंत से मुलाकात के बाद संवाददाताओं से कहा था कि क्रिकेटर गड्ढे या किसी काली चीज से बचने की कोशिश में वाहन से नियंत्रण खो बैठे थे.

इससे पहले शनिवार को ऋषभ पंत से मुलाकात करने वाले दिल्ली एवं जिला क्रिकेट संघ के निदेशक श्याम शर्मा ने भी विकेटकीपर-बल्लेबाज के हवाले से कहा था कि शुक्रवार तड़के जब वह एक गड्ढे से बचने की कोशिश कर रहे थे, तब यह दुर्घटना हुई.

ऋषभ पंत के एक्सीडेंट के बाद एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें कुछ लोग सड़क मरम्मद का काम करते नजर आए और दावा किया गया था कि दुर्घटनास्थल पर रात के समय गड्ढों को भरने का काम चल रहा है. वायरल वीडियो को लेकर कहा जा रहा है कि ऋषभ पंत के एक्सीडेंट के बाद एनएचआई ने आनन-फानन में रात में गड्ढे भरने का काम किया.

एनएचएआई रुड़की डिवीजन के परियोजना निदेशक प्रदीप सिंह गुसाईं ने वायरल वीडियो के दावे को खारिज कर दिया. उन्होंने इस बात से इनकार कर दिया कि एनएचएआई ने दुर्घटनास्थल की मरम्मत की है और ‘गड्ढों’ को ठीक कर दिया गया.