मुजफ्फरनगर। सीबीएसई की बोर्ड परीक्षा की तिथि घोषित हो चुकी है। दसवीं की परीक्षाएं 15 फरवरी से आरंभ होगी। परीक्षा की तैयारी के लिए समय कम है, ऐसे में छात्र-छात्राओं को अनुशासन के साथ पढ़ाई पर ध्यान देना होगा। समय सारिणी बनाकर हर विषय की रोजाना पढ़ाई करनी होगी। विशेषज्ञों का कहना है कि बोर्ड परीक्षार्थी लिखने का अभ्यास जरूर करें। नियमित अभ्यास से परीक्षा कक्ष में आसानी होगी। परीक्षा में जाने से पहले घर पर या अपनी सुविधा के अनुसार पुराने सालों के प्रश्नपत्रों को हल करने का अभ्यास भी कर सकते हैं। इससे परीक्षा कक्ष में समय प्रबंधन को मजबूती मिलती है और आत्म विश्वास बढ़ता है।

जिला विद्यालय निरीक्षक गजेंद्र कुमार का कहना है कि सभी विषय के सेलेबस को पूरा करने की कोशिश करें। पढ़ते समय मुख्य-मुख्य हेडिंग को तैयार करें। लिखने का अभ्यास करें, ऐसे में विद्यार्थी को नींद नहीं आएगी। कुर्सी-मेज पर बैठकर पढ़े या फिर जमीन पर गद्दा डालकर पढ़े। अभ्यास वाले विषयों को शाम और याद करने वाले विषयों को सुबह के समय पढ़े। फार्मूले को याद करने और अभ्यास करने की कोशिश करें।

इंडिपेंटेंड स्कूल एसोसिएशन के अध्यक्ष अनिल आर्य कहते हैं कि चिंतामुक्त होकर पढ़ाई करें और रात के समय हल्का खाना खाएं। अपने विषयों को ही पढ़े। जीव विज्ञान वाले विद्यार्थी डायग्राम बनाने की कोशिश करें। गणित वाले विद्यार्थी सभी स्टैप्स को हल करें, क्योंकि स्टैप्स सहीं होंगे तो उत्तर खुद ही सही आएगा। सबसे विशेष बात यह है कि तीन घंटे के भीतर पेपर को हल करने की कोशिश करें।

एसडी पब्लिक स्कूल के रसायन विज्ञान के शिक्षक शिवकुमार का कहना है कि इस वर्ष से सीबीएसई केमिस्ट्री का पेपर काफी हद तक संतुलित हो गया है। इसमें ऑब्जेक्टिव एवं राइटिंग दोनों प्रकार के प्रश्नों का समावेश है। इसकी तैयारी सही तरीके से की जानी चाहिए। सबसे पहले फिजिकल केमिस्ट्री की यूनिट्स को तैयार करें। छात्र-छात्राएं अपने शिक्षकों से तैयारी में जरूर मदद लें।

ग्लोबल पब्लिक स्कूल फुगाना के प्रबंधक हरेंद्र मलिक का कहना है कि परीक्षार्थी नियमित तैयारी करें। परीक्षा कक्ष में पेपर को करीब ढाई घंटे में पूरा करने का प्रयास करें और शेष समय में लिखे गए सभी उत्तरों को फिर से चेक कर लें। कोई बात रह गई हो तो जरूर लिख दें। प्वाइंटर भी बना सकते हैं।