नई दिल्ली: देश में 2024 में लोकसभा के चुनाव होने हैं. सत्तादल से लेकर कांग्रेस समेत पूरा विपक्ष इसकी तैयारियों में लगा है. इस बीच विपक्ष की तरफ से प्रधानमंत्री उम्मीदवार को लेकर भी चर्चा होती रहती है. विपक्ष की तरफ से प्रधानमंत्री पद के चेहरे को लेकर ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि अगर विपक्ष की तरफ से प्रधानमंत्री पद के लिए कोई विशेष चेहरा दिया जाता है तो 2024 के लोकसभा चुनावों में भाजपा के पास विपक्षी ताकतों पर स्पष्ट बढ़त होगी.

AIMIM प्रमुख ने कहा कि बीजेपी को हराने के लिए विपक्ष को हर लोकसभा क्षेत्र में एकजुट होने की जरूरत है. ओवैसी ने कहा, “विपक्ष को सभी 540 संसदीय क्षेत्रों में भाजपा को कड़ी टक्कर देनी चाहिए. अगर विपक्ष का कोई एक चेहरा भाजपा के खिलाफ लड़ता है, तो इससे भाजपा को फायदा होगा.” उन्होंने कहा कि अगर यह मोदी बनाम केजरीवाल या राहुल गांधी होता है तो इससे प्रधानमंत्री मोदी को फायदा होगा.”

गौरतलब है कि 2019 में, विपक्ष ने मोदी सरकार को बेदखल करने के लिए एक महागठबंधन बनाया था. हालांकि, गठबंधन अपने उद्देश्य में सफल नहीं हुआ और अंततः चुनाव में मिली हार के बाद यह टूट गया. अभी 2024 के चुनाव में एक साल से ज्यादा का वक्त बचा है. लेकिन सभी राजनीतिक दलों ने चुनाव के लिए तैयारियां शुरू कर दी है. 2024 के लोकसभा चुनावों पर ध्यान केंद्रित करने के साथ, आम आदमी पार्टी ने हाल ही में दावा किया है कि 2024 की लड़ाई दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच होगी. आप ने दावा किया कि भाजपा और पीएम मोदी, केजरीवाल की बढ़ती लोकप्रियता, राष्ट्रीय राजधानी में उनके शासन के मॉडल और देश में आप के बढ़ते चुनावी प्रभाव से हिल गए हैं.

जब AIMIM प्रमुख से यह पूछा गया कि क्या पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ एक चेहरा हो सकती हैं, इस पर ओवैसी ने कहा, “ममता बनर्जी (हाल ही में) ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ बैठक करती हैं. इसलिए उनको कोई भी यह नहीं कह सकता कि वो चेहरा जो सकती हैं या नहीं. ये कोई निश्चित नहीं है कि उन्हें प्रधानमंत्री के खिलाफ लड़ना चाहिए या नहीं.” आपको बता दें कि पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने पहले सभी विपक्षी मुख्यमंत्रियों को एक साथ आने और 2024 में भाजपा के खिलाफ एकजुट लड़ाई लड़ने का आह्वान किया था.