नई दिल्ली. सनातन धर्म में मकर संक्रांति के त्योहार को काफी महत्व दिया जाता है. यह हर साल 14 जनवरी को मनाया जाता है. इसके साथ ही शादी, गृह प्रवेश, मुंडन आदि जैसे शुभ कार्य करने की शुरुआत हो जाती है. मकर संक्रांति का त्योहार खिचड़ी, तिल के लड्डू और पतंगों के बिना अधूरा है. तिल का लड्डू के सेवन से आपके शरीर को कई सारे फायदे मिलते हैं. आयुर्वेद में भी तिल और गुड़ को ठंड के मौसम का बेहतरीन फूड माना जाता है. इसमें शरीर को गर्म रखने और इम्यूनिटी को बूस्ट करने वाले गुण पाए जाते हैं. आइए जानते हैं कि तिल-गुड़ के लड्डू कैसे बनाए और इससे शरीर को क्या फायदे मिलते हैं.
एक पैन में लगभग 100 ग्राम तिल को सुनहरा भूरा होने तक भूनें. फिर ठंडा होने के बाद ब्लेंडर में अच्छी तरह पीस लें. उसी पैन में बादाम-काजू को हलका भूनकर अलग रख दें. अब पैन में घी गर्म करें, 100 ग्राम गुड़ और जरा-सा पानी डालें और इसे पिघलने तक मिलाएं. जब गुड़ पिघल जाए तो उसमें तिल पाउडर और कटे हुए सूखे मेवे डालें. फिर इसे अच्छी तरह मिलाएं और जब थोड़ा गाढ़ा हो जाए तो गैस बंद कर दें. फिर एक प्लेट में घी लगाकर तैयार हुआ मिश्रण डालें और हल्के हाथों से भाग करके गोल-गोल लड्डू बना लें.
तिल का तासीर गर्म होता है, इसी कारण तिल के लड्डू को सर्दियों में ही खाना चाहिए. यह आपके दिल की सेहत का ख्याल रखता है और बैड कोलेस्ट्रॉल का लेवल भी कंट्रोल करता है. इसके अलावा, हाई बीपी कम, पाचन और इम्यूनिटी को बूस्ट करने में मदद करता है. डायबिटीज और दिल के मरीजों के लिए तिल के लड्डू फायदेमंद होता हैं. हालांकि इस बात का ध्यान रहे कि इसके अधिक सेवन से उल्टी, जी मिचलाना, दस्त जैसी पेट संबंधित समस्याएं हो सकती हैं.