मुजफ्फरनगर दहेज में कार की मांग पूरी न होने पर विवाहिता के साथ मारपीट की गई। पीड़िता के पिता ने ससुराल पहुंच कर अपनी बेटी को बचाया। पुलिस ने तहरीर पर पीड़िता के पति तथा सास और ससुर के विरुद्ध दहेज उत्पीड़न के आरोप में मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी।
हरिद्वार के सिडकुल नवोदय नगर निवासी विश्वास पाल ने शहर कोतवाली में मुकदमा दर्ज करते हुए बताया कि उसकी बेटी श्वेता पाल का विवाह 2018 में मुजफ्फरनगर के गांव सलेमपुर निवासी विपिन पाल के साथ हुआ था। उन्होंने बताया कि विवाह के कुछ दिनों के बाद ही श्वेता पाल को उसके ससुराल वालों ने अतिरिक्त दहेज में कार लाने के लिए प्रताड़ित करना शुरू कर दिया था। विश्वास पाल ने बताया कि इसके बाद उन्होंने अपनी बेटी को खुश रखने के लिए अपने दामाद को 2 लाख रुपए दिए थे। आरोप लगाया कि 2 लाख लेने के बावजूद विपिन पाल उसकी बेटी श्वेता पाल को प्रताड़ित करता था और उसके साथ उसने आए दिन मारपीट शुरू कर दी। इसके चलते एक साल पहले श्वेता पाल अपने मायके सिडकुल जाकर रहने लगी थी। 2 माह पहले पति पत्नी के बीच वार्ता हुई तो श्वेता अपनी ससुराल आ गई।
विश्वास पाल ने बताया कि गुरुवार देर रात को श्वेता पाल ने उसे फोन कर बताया कि उसका पति विपिन पाल अपने मां-बाप के कहने में आकर शराब के नशे में उससे मारपीट कर रहा है। श्वेता ने आशंका जताई कि उसकी हत्या हो सकती है। विश्वास पाल ने बताया कि वह तभी मुजफ्फरनगर पहुंचा और गांव सलेमपुर से उसकी बेटी श्वेता पाल को बचाकर लाया। पुलिस ने विश्वास पाल की तहरीर पर पीड़िता के पति विपिन पाल, सास मुकेश देवी और ससुर घसीटू के विरुद्ध मारपीट, दहेज उत्पीड़न सहित विभिन्न संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज कार्रवाई शुरू कर दी।