नई दिल्ली। तापी ज‍िले की न‍िजार तहसील के नेवाडा गांव में गणेश और रंजना की प्रेम कहानी अब एक म‍िसाल बन गई है. दोनों का प्रेम प्रसंग पर‍िवार वालों को पसंद नहीं आया और प‍िछले साल दोनों ने खुदकुशी कर ली थी. अब इस घटना को एक साल बीत गया है तो पर‍िवार वालों ने उन दोनों के प्‍यार को अमर करने के ल‍िए अनूठी म‍िसाल पेश की है. दोनों के प्रेम को अमर बनाने के ल‍िए अब दोनों के परिवार आगे आये और उनके पुतले बनाये. फिर पुतलों की शादी करवाई.

यह चौंकाने वाली घटना तापी ज़िले की है जहां लड़का-लड़की एक दूसरे को प्यार करते थे लेकिन रिश्ता दोनों के परिवारों को मंजूर ना था. घटना के एक साल बाद दोनों के प्रेम को अमर बनाने दोनों के परिवार आगे आये. दोनों के पुतले बनाये और पुतलों की शादी करवाई. तापी जिले के देहाती इलाके निजार तहसील के नेवाडा गांव में गणेश और रंजना एक दूसरे को दिल दे बैठे थे. दोनों के प्यार के किस्से इलाके में घर-घर सुनाये जाने लगे. ऐसे में दोनों के परिवार ने शादी के लिए इनकार कर दिया.

गणेश और रंजना को लगा क‍ि परिवार उन्हें साथ नहीं रहने देगा. लिहाजा गांव से थोड़ी दूर दोनों ने पेड़ पर फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली थी. एक साल के बीच में ऐसे कई घटनाएं हुईं जब गणेश और रंजना के परिवार वालों को पछतावा महसूस होने लगा. दोनों के परिवार के मुखिया एक दिन मिले और तय किया क‍ि दोनों के पुतले बनाये जाएं और पुतलों के बीच में पहले शादी कराकर बाद में उन्हें गांव में लगाया जाये. दोनों की तस्वीरों के आधार पर पुतले बनाये गये और फिर उन्हें स्थापित करने से पहले पुतलों के बीच शादी की रस्‍म अदायगी की गई.