मुजफ्फरनगर के बुढ़ाना में गठवाला खाप के किसान इंटर कॉलेज खरड़ की पंचायत में थांबेदार और चौधरियों ने कहा कि वे अपनी खाप और किसानों को नहीं बंटने देंगे। किसान हित की बात करने वालों का खाप के लोग समर्थन करेंगे। पांच सितंबर को मुजफ्फरनगर में आयोजित किसान संगठन की महापंचायत में भारी संख्या में पहुंचकर खाप की हिस्सेदारी दर्ज कराएंगे।
गठवाला खाप के गांव खरड़ के किसान इंटर कॉलेज में खाप के लोगों की पंचायत में खाप के सभी थांबेदार और चौधरी मौजूद रहे। पंचायत में किसान आंदोलन के समर्थन और पांच सितंबर को मुजफ्फरनगर में होने वाली किसान संगठनों की महापंचायत में पहुंचने का मुद्दा छाया रहा।
बहावड़ी गांव के थांबेदार चौ. श्याम सिंह ने कहा कि वे अपनी किसी भी गलती के लिए खाप के बाबा से माफी मांगते हैं। खाप का बाबा खाप की शान है। हम खाप व किसान को नहीं बंटने देंगे। फुगाना गांव के थांबेदार वीर सैन मलिक ने कहा कि हमारा कार्य खाप की चौकीदारी करने का है। खाप के लोगों की मर्जी के बिना हमें कोई निर्णय नहीं लेना चाहिए। लांक गांव के थांबेदार चौ. रविंद्र सिंह ने कहा कि वे बहावड़ी के बाबा श्याम सिंह के साथ हैं। किसी के दबाव में कोई निर्णय नहीं लेंगे। पूर्व सांसद हरेंद्र मलिक ने कहा कि किसानों की समस्या राजनीति से अलग हटकर है। खाप और किसान को किसी भी कीमत पर बंटने नहीं दिया जाएगा। पंचायत में पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष चौ. तरसपाल मलिक, पूर्व ब्लॉक प्रमुख विनोद मलिक, धर्मेंद्र मलिक, चौ. प्रवीण बालियान, बालकिशोर त्यागी, चौ. थामसिंह व चौ. मुकेश मलिक आदि ने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम का संचालन अमित मलिक ने किया।
खरड़ के किसान इंटर कॉलेज में आयोजित गठवाला खाप की पंचायत में सर्वसम्मति से 29 अगस्त को गठवाला खाप के गांव कुरावा में और 30 अगस्त को खाप के गांव कुड़ाना में पंचायत का आयोजन करने का निर्णय लिया गया। दोनों गांवों की पंचायत में पांच सितंबर को आयोजित महापंचायत में भारी संख्या में जाने की रणनीति बनाई जाएगी।
गठवाला खाप के बाबा चौ. राजेंद्र सिंह खरड़ गांव की खाप की पंचायत में नहीं पहुंचे। इस संबंध में उन्होंने बताया कि पंचायत की सूचना उन्हें पहले दिन दी गई। अधिक व्यस्त होने कारण वे खाप की पंचायत में नहीं पहुंच सके। उन्होंने कहा कि पंचायत के आयोजकों ने उनसे राय नहीं ली। उन्हें केवल सूचना दी गई। उन्होंने कहा कि पांच सितंबर को होने वाली महापंचायत में उन्होंने गठवाला खाप के लोगों को भाग नहीं लेने का एलान किया है, जो अभी बरकरार है। उन्होंने कहा कि सर्वखाप की पंचायत में जो निर्णय लिया जाएगा उसी का पालन होगा।