बागपत जिला पंचायत में समितियों के सदस्य बदलने के लिए बैठक हुई, जहां रालोद व भाजपा के सदस्य भिड़ गए। वहां अध्यक्ष पर विकास कार्य नहीं कराने का आरोप लगाया गया और सदस्यों ने खूब हंगामा किया। वहां विरोध के बावजूद समितियों में बदलाव किया गया और विकास कार्यों की जांच पूरी होने पर बोर्ड बैठक कराए जाने की बात कही गई।
जिला पंचायत में शिक्षा समिति, निर्माण कार्य समिति, स्वास्थ्य एवं कल्याण समिति, प्रशासनिक समिति, जल प्रबंधन समिति, नियोजन और विकास समिति है। इन समितियों में छह-छह सदस्य होते हैं और हर साल एक तिहाई सदस्यों को बदला जाना जरूरी है। इसके लिए ही जिला पंचायत में मंगलवार को बैठक बुलाई गई थी। जहां भाजपा के सदस्य मनुपाल बंसल, रविंद्र बली, लक्ष्मण, डा. जयकुमार ने विरोध करते हुए कहा कि जब एक साल में समितियों की बैठक तक नहीं कराई गई तो उनको बनाने का कोई फायदा नहीं है। आरोप लगाया कि किसी भी वार्ड में कोई विकास कार्य नहीं कराया जा रहा है और अध्यक्ष ममता किशोर के घर में प्रस्ताव तैयार करके फाइलों पर हस्ताक्षर किए जाते हैं।
भाजपा के सदस्यों ने आरोप लगाया कि उनकी शिकायत पर जिला पंचायत के विकास कार्यों की जांच चल रही है और वह जांच पूरी होने तक बैठक पर रोक लगाई गई थी। इसको लेकर वहां हंगामा होने लगा और रालोद के सदस्य सुभाष गुर्जर प्रमुख, बसंत तोमर व भाजपा सदस्य भिड़ गए। वहां हंगामा बढ़ने पर भाजपा के सदस्य बैठक से बाहर जाने लगे, लेकिन उनको अन्य सदस्यों ने बैठाया। भाजपा सदस्यों ने जिला पंचायत की जांच पूरी होने के बाद ही समितियों के गठन की बात कही, लेकिन अध्यक्ष ममता किशोर ने कोरम पूरा होने के कारण समिति गठन का प्रस्ताव पास करने की घोषणा कर दी।