मुजफ्फरनगर। तितावी थाना क्षेत्र के गांव लड़वा के जंगल में गत 22 अगस्त को मिली लाश जनपद सहारनपुर के बिहारीगढ़ थाना क्षेत्र के गांव पिलखनी निवासी युवती सोनिया की थी। वह गत 17 अगस्त को लापता हो गई थी, जिसके अपहरण की रिपोर्ट बिहारीगढ़ थाने में दर्ज है। परिजनों ने थाने पहुंचकर शव के फोटो देखकर उसकी शिनाख्त की है।

प्राप्त जानकारी के मुताबिक तितावी थाना क्षेत्र के गांव लड़वा में 22 अगस्त की सुबह युवती की लाश मिली थी। जिसकी उसी के दुपट्टे से गला घोंटकर हत्या की गई थी। पुलिस ने युवती के शव का फोटो सोशल मीडिया पर वायरल किया था, जिन्हें देखकर शुक्रवार को सहारनपुर जनपद के बिहारीगढ़ थाना क्षेत्र के गांव तेजपाल सैनी ने उसकी शिनाख्त अपनी लापता बेटी सोनिया के रूप में की। तेजपाल सैनी परिजनों व ग्रामीणों के साथ तितावी थाने पहुंचे और बताया कि सोनिया गत 17 अगस्त को लापता हो गई थी। बिहारीगढ़ थाने में उसके अपहरण की रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। शव की शिनाख्त होने के बाद अब पुलिस उसकी हत्या के आरोपी की तलाश के प्रयास कर रही है।

सोनिया की शादी अपहरण कर शादी करने के बाद तो नहीं की गई ? पिता तेजपाल सैनी ने बताया कि सोनिया 17 अगस्त को घर से सफेद जींस व गुलाबी-सफेद रंग की धारीदार शर्ट पहन कर गई थी, लेकिन उसके शव पर लाल रंग का नया सूट-सलवार था और हाथों में भी मेंहदी लगी थी। पीड़ित पिता ने बेटी का अपहरण कर हत्यारोपी द्वारा शादी करने के बाद उसकी हत्या की आशंका जताई है। वहीं, लापता होने के बाद पांच दिन तक वह कहां रही, गांव लड़वा तक वह कैसे और किसके साथ पहुंची, इस संबंध में पुलिस जांच कर रही है।

तेजपाल सैनी ने बताया कि सोनिया चिलकाना थाना क्षेत्र के गांव मजरा निवासी सन्नी नामक युवक से प्रेम करती थी। उसकी जिद के चलते परिजनों ने सन्नी के साथ ही उसकी शादी भी तय कर दी थी, लेकिन शव के हाथ में लगी मेंहदी में हथेली पर लिखा आर नाम का अक्षर इसमें अब नया मोड़ पैदा कर रहा है। परिजनों ने आर नाम के किसी ऐसे व्यक्ति के बारे में भी अनभिज्ञता जताई है, जिसे सोनिया जानती हो।

सोनिया के शव की शिनाख्त न होने पर पुलिस ने शव को मोर्चरी में सुरक्षित रख दिया था। पांच दिन तक भी शव की शिनाख्त नहीं होने पर थाना पुलिस ने बृहस्पतिवार को ही उसका लावारिस में अंतिम संस्कार कर दिया था। शव के अंतिम संस्कार के कुछ घंटे बाद ही उसकी शिनाख्त कर ली गई।