मुजफ्फरनगर में गन्ना मूल्य बढ़ाने, भुगतान और आवारा पशुओं से निजात दिलाने सहित एमएसपी घोषित कराने की मांग को लेकर किसान 28 जनवरी से आंदोलन रत है। भारतीय किसान यूनियन के तत्वाधान में धरना दे रहे किसानों ने 10 फरवरी को महापंचायत का आयोजन किया है। जिसमें एक लाख से अधिक किसानों के जुटने की उम्मीद लगाई जा रही है।
पुलिस प्रशासन ने जाम से निपटने और कानून व्यवस्था बनाए रखने के दृष्टिगत कड़े इंतजाम किए हैं। महापंचायत स्थल के आसपास का रूट डायवर्ट किया गया है। किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि महापंचायत में बड़ा निर्णय लिया जा सकता है।
मुजफ्फरनगर में भारतीय किसान यूनियन के बैनर तले 28 जनवरी से जीआईसी मैदान में किसान धरना दे रहे हैं। किसानों ने गन्ना मूल्य घोषित कराने और बकाया भुगतान सहित आवारा पशुओं से निजात दिलाने की मांग रखी हुई है। इसके अलावा किसानों के ट्यूबवेल पर लगाए जा रहे बिजली मीटर का भी विरोध हो रहा है। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता और किसान नेता राकेश टिकैत ने एमएसपी की घोषणा न किए जाने पर सरकार के विरुद्ध हमला बोला है। गुरुवार शाम तक महापंचायत की तैयारियां जारी रही। तैयारियों का जायजा लेने जीआईसी मैदान पहुंचे किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा की महापंचायत में यूपी के किसान ही हिस्सा ले रहे हैं।
उन्होंने कहा कि एसकेएम के नेताओं की कुरुक्षेत्र में गुरुवार को बैठक हो रही है। जिसमें विभिन्न मांगों को लेकर दिल्ली में एक बड़ी पंचायत का आयोजन किए जाने का निर्णय लिया गया है। उन्होंने बताया कि पंचायत की तिथि की घोषणा शुक्रवार को जीआईसी मैदान में आयोजित महापंचायत के दौरान की जाएगी। महापंचायत के दौरान कोई भी बड़ा निर्णय लिया जा सकता है। महापंचायत में जुट रहे किसानों की संख्या के सवाल पर उन्होंने कहा कि उन्हें नहीं मालूम कि कल कितना किसान आएंगे, लेकिन उन्होंने साफ कहा कि किसान पीड़ित है और उसे आंदोलन के अलावा कोई रास्ता नजर नहीं आ रहा। हालांकि कुछ किसान नेताओं ने आशा जताई कि जीआईसी मैदान में महापंचायत के दौरान एक लाख किसान जुट सकते हैं।