मुजफ्फरनगर। मंसूरपुर क्षेत्र के गांव लच्छेड़ा से तीन दिन से लापता युवक का शव गांव जड़ौदा में निर्माणाधीन रेलवे ट्रैक पर मिलने से हड़कंप मच गया। शव की शनाख्त मिटाने के लिए उसके चेहरे को तेजाब डालकर जलाया हुआ था। परिजनों ने युवक को घर से बुलाकर ले जाने वाले लच्छेड़ा के ही उसके दो दोस्तों के खिलाफ हत्या की नामजद रिपोर्ट दर्ज कराई है। पुलिस फरार आरोपियों की तलाश कर रही है।

प्राप्त जानकारी के मुताबिक मंसूरपूर थाना क्षेत्र के गांव लच्छेड़ा निवासी मीनू (35) 26 अगस्त को संदिग्ध हालात में लापता हो गया था। उसके पिता रतनसिंह के अनुसार, गांव के ही मीनू के दो दोस्त जीतू और अरुण उसे घर से बुलाकर ले गए थे, जिसके बाद से वह घर नहीं लौटा। परिजनों ने अपने घर पर मौजूद दोनों युवकों से पूछताछ की तो उन्होंने मीनू को उसी दिन गांव जड़ौदा में छोड़ने की बात कही, जिसके बाद दोनों युवक घर से फरार हो गए।

उधर, शुक्रवार शाम बेगराजपुर चौकी पुलिस ने गांव जडौदा के जंगल में निर्माणाधीन फ्रेट कॉरिडोर रेलवे ट्रैक से एक युवक की लाश बरामद हुई। जिसके चेहरे को तेजाब डालकर जलाया गया था। पुलिस ने शव को अज्ञात में दर्ज कर मोर्चरी भेज दिया था। शनिवार सुबह आशंकित परिजन बेगराजपुर चौकी पहुंचे तो शुक्रवार शाम रेलवे ट्रैक पर मिले शव के फोटो पुलिस ने उन्हें दिखाए। फोटो देखकर पिता रतनसिंह ने शव की शनाख्त उसके कपड़ों के आधार पर लापता बेटे मीनू के रूप में की। पीड़ित पिता ने मंसूरपुर थाने पहुंचकर बेटे को घर से बुलाकर ले जाने वाले उसके दोस्तों जीतू व अरुण के खिलाफ हत्या की नामजद तहरीर दी। जिस पर पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर आरोपियों की तलाश में दबिश दी, लेकिन वे घर से फरार मिले।

इस पर घटना से गुस्साए ग्रामीणों ने थाने में प्रदर्शन कर दोनों हत्यारोपियों की जल्द गिरफ्तारी की मांग की। सूचना पर सीओ खतौली राकेश सिंह ने थाने पहुंचकर ग्रामीण व परिजनों को समझा-बुझाकर शांत करते हुए जल्द हत्यारोपियों की गिरफ्तारी का आश्वासन दिया। सीओ ने बताया कि शव की पीएम रिपोर्ट से उसकी मौत के कारणों की पुष्टि हो पाएगी। हत्या क्यों की गई, इसका खुलासा हत्यारोपियों की गिरफ्तारी के बाद ही हो पाएगा।