मुजफ्फरनगर। संयुक्त किसान मोर्चा रविवार से मिशन यूपी की शुरुआत करेगा तो उसके साथ खाप पंचायतों की ताकत भी होगी। पश्चिम यूपी से लेकर हरियाणा, राजस्थान और दिल्ली की खाप पंचायतें किसानों के मुद्दे पर लामबंद हो गई हैं।
खाप पंचायतों का लंबा इतिहास है। आजादी की लड़ाई में दिल्ली की चारों और खाप पंचायतों ने ही अंग्रेजों के खिलाफ मोर्चा लिया था। स्वतंत्रता के बाद 1950 में सोरम में पहली सर्वखाप पंचायत हुई थी। वर्तमान की बात करें तो मिशन यूपी की पहली महापंचायत में खापों ने एकता की हुंकार भर दी है।

पश्चिम यूपी की देशखाप बड़ौत, गठवाला, बालियान, काल खंड़े, देशवाल, गुलिया, लाटियान, अहलावत, चौगामा खाप, पंवार के अलावा हरियाणा की अंतिल, कंडेला, जागलान, सरोहा, हुड्डा, दहिया, दिल्ली की पालम खाप लामबंद हो गई है। संयुक्त किसान मोर्चा के लिए यह किसी संजीवनी से कम नहीं है। खाप पंचायतों की ताकत के साथ मोर्चा रविवार से मिशन यूपी की शुरुआत करने जा रहा है।