मुजफ्फरनगर। संयुक्त किसान मोर्चा के बैनरतले रविवार को आयोजित किसान महापंचायत अपने आप में ऐतिहासिक होगी। जीआईसी मैदान आंदोलन के पन्नों पर एक नया इतिहास रचने जा रहा है। इस किसान महापंचायत में उत्तर भारत के साथ ही दक्षिण भारत से भी किसानों का सैलाब यहां उमड़ेगा। किसानों के जत्थों के आने का दौर शनिवार से सुबह से ही शुरू हो गया है। इनमें महिलाओं के जत्थे भी शामिल हैं। उम्मीद है कि इस पंचायत में लाखों किसान जुटेंगे। इस महापंचायत में देश के हर प्रदेश के किसानों का प्रतिनिधित्व होगा।

किसान महापंचायत में यूपी, पंजाब, हरियाणा, उत्तराखंड, दिल्ली और राजस्थान के अलावा कर्नाटक और सुदूर दक्षिण के तमिलनाडु और केरल जैसे राज्यों से भी किसानों की जत्थे यहां पहुंचे हैं। कर्नाटक राज्य रैयत संघ कोर कमेटी की सदस्य चुक्की नंजूदास्वामी अपने समर्थकों के साथ यहां पहुंची हैं। तमिलनाडु और केरल के अलावा दूसरे प्रदेशों से भी किसानों के जत्थे पहुंचे, ये लोग गाजीपुर बॉर्डर पहुंचे और फिर वहां से सीधे पंचायत स्थल आए हैं।

शनिवार को काफी संख्या में किसान यहां पर पहुंच गए हैं। दरअसल, देश के दूसरे हिस्सों से आने वाले किसान एक दिन पहले ही अपनी मंजिल पर पहुंच जाना चाहते हैं, ताकि जाम के झाम में फंसने से बच सकें। किसानों के जत्थे बसों और रेल के माध्यम से यहां पहुंच रहे हैं। रेलवे स्टेशन पर भी काफी संख्या में किसान पहुंचे।

महापंचायत स्थल पर शाम के समय प्रदेश के पूर्वांचल के किसानों की बसें आ रही है। इलाहाबाद, श्रावस्ती, चित्रकूट, जालौन, उन्नाव तक के किसान यहां आ रहे हैं। मध्य प्रदेश और बिहार से भी किसानों की कई टोलियां आई है। पंजाब के किसान अपनी गाड़ियों से यहां पहुंचने लगे है। किसान महिलाओं के जत्थे भी यहां पहुंच गए हैं।

जीआईसी के मैदान में किसान महापंचायत का वाटरप्रूफ मंच तैयार हो गया। शुक्रवार रात और सुबह बारिश होने से मैदान में जलभराव हो गया। शनिवार को दिन में कई घंटे मेहनत करके भाकियू कार्यकर्ताओं ने मैदान से पानी निकाला। इस कार्य में उनका प्रशासन ने भी सहयोग किया। मैदान से पानी निकाल दिया। फिर भी मैदान अभी गीला है। यदि रविवार को बारिश हुई तो किसानों को परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।