प्रयागराज। बीएसपी विधायक राजू पाल मर्डर केस के गवाह उमेश पाल शूटआउट कांड का आज 14 वां दिन है. उमेश पाल के घर में गुरुवार को तेरहवीं बेहद सादगी के साथ आयोजित की जा रही है. उनके सुलेम सराय स्थित आवास पर सिर्फ शांति पाठ का आयोजन होगा. शांति पाठ में सिर्फ परिवार के लोग और रिश्तेदार ही शामिल होंगे. हत्याकांड के 13 दिन बीत जाने के बावजूद उमेश पाल की मां शांति पाल की आंखों के आंसू नहीं थम रहे हैं. उमेश पाल की मां शांति पाल पाठ बार-बार रोते हुए यही कह रही हैं कि जिस तरह से उनके बेटे को घेरकर गोलियों से भूना गया है, उसी तरह से बाहुबली पूर्व सांसद अतीक अहमद के पूरे परिवार का भी खात्मा होना चाहिए.
उमेश पाल की मां ने कहा कि सीएम योगी आदित्यनाथ पर उन्हें पूरा भरोसा है और उन्हें न्याय जरूर मिलेगा। उमेश पाल की मां का कहना है कि अभी वह बेहद दुख की घड़ी में है, लेकिन शांति पाठ और श्रद्धांजलि सभा के बाद सीएम योगी से मुलाकात की कोशिश करेंगी और अपनी बात उनके सामने रखेंगी. हालांकि उमेश पाल के तेरहवीं के कार्यक्रम में आयोजित शांति पाठ में पड़ोसियों और दूसरे लोगों को नहीं बुलाया गया है. शूटआउट केस में अभी तक ठोस कार्रवाई नहीं होने से उमेश पाल के परिजन खासे दुखी हैं.
उमेश पाल की मां शांति पाल के मुताबिक गुरुवार को तेरहवीं पर किसी तरह के भोज या भंडारे का आयोजन नहीं होगा। 13 मार्च को उमेश पाल की श्रद्धांजलि सभा आयोजित की जाएगी जिसमें आस-पास के लोगों और करीबियों को भी आमंत्रित किया जाएगा. होली का पर्व होने की वजह से भी आज शांति पाठ में किसी को भी नहीं बुलाया गया है. प्रयागराज में आज भी सड़कों पर पूरे दिन रंग खेला जाता है. केंद्रीय मंत्री प्रोफेसर एस पी सिंह बघेल भी उमेश पाल के घर पर आयोजित शांति पाठ में शामिल होंगे. उमेश पाल की मां शांति पाल के मुताबिक, प्रोफेसर एसपी बघेल से उनका करीब 25 साल पुराना पारिवारिक रिश्ता है. इस नाते भी परिवार से मुलाकात करने और सांत्वना देने आ रहे हैं.
गौरतलब है कि प्रो एसपी बघेल ने ही लोकसभा चुनाव के दौरान उमेश पाल को बीजेपी की सदस्यता दिलाई थी. उमेश पाल हत्याकांड में अब तक दो आरोपी अरबाज और उस्मान एनकाउंटर में मारे जा चुके हैं, जबकि उमेश पाल शूटआउट कांड में कनेक्शन सामने आने के बाद बाहुबली पूर्व सांसद अतीक अहमद के तीन करीबियों जफर अहमद, सफदर अली और माशूकउद्दीन के अवैध साम्राज्य पर बुलडोजर चल चुका है. इसके अलावा एसओजी और एसटीएफ की लगभग एक दर्जन टीमें यूपी के साथ ही बिहार और मध्य प्रदेश में शूटर्स की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है.