मुजफ्फरनगर। रामपुर तिराहा कांड में सामूहिक दुष्कर्म, छेड़छाड़ और लूट समेत अन्य गंभीर धाराओं के मुकदमे में फरार चल रहे सेवानिवृत्त पुलिसकर्मी को सीबीआई ने गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया। अदालत ने आरोपी को जेल भेज दिया। सीबीआई ने बताया कि केस के आरोपी चार पुलिसकर्मियों की मृत्यु हो चुकी है। गैरहाजिर नेत्रपाल सिंह के कुर्की वारंट जारी कर दिए गए। प्रकरण की अगली सुनवाई 24 मार्च को होगी।
अपर सत्र न्यायाधीश कोर्ट संख्या-सात के पीठासीन अधिकारी शक्ति सिंह की अदालत में सीबीआई बनाम राधा मोहन द्विवेदी पत्रावली की सुनवाई हुई। 20 आरोपी पुलिसकर्मी पेश हुए।
सहायक शासकीय अधिवक्ता फौजदारी परवेंद्र सिंह ने बताया कि सीबीआई ने आरोपी सेवानिवृत्त पुलिसकर्मी राकेश मिश्रा को हरियाणा से गिरफ्तार कर 10 मार्च को जेल भेज दिया था। सोमवार को आरोपी को अदालत में पेश किया गया। अदालत ने उसे न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया था। सीबीआई के लोक अभियोजक धारा सिंह मीणा ने अदालत को बताया कि आरोपी झम्मन सिंह, राजपाल सिंह, महेश चंद शर्मा, नेपाल सिंह की मृत्यु हो चुकी है।
मृतक बताए गए आरोपियों के विषय में आख्या देने वाले पुलिस अधिकारी को बयान के लिए 24 मार्च को उपस्थित रहने के आदेश दिए गए हैं। अदालत ने गैरहाजिर चल रहे आरोपी नेत्रपाल सिंह के कुर्की वारंट जारी कर दिए हैं।
मुजफ्फरनगर। अपर सत्र न्यायाधीश कोर्ट संख्या-सात के पीठासीन अधिकारी शक्ति सिंह की अदालत में सीबीआई बनाम विक्रम सिंह तोमर के मुकदमे की सुनवाई हुई। सहायक शासकीय अधिवक्ता फौजदारी परविंद्र सिंह ने बताया कि विक्रम सिंह कोर्ट में हाजिर नहीं हुए और न ही सीबीआई ने कोर्ट में कोई रिपोर्ट दाखिल की। अदालत ने नाराजगी जताई। स्पष्ट आख्या के लिए पुलिस उप महानिरीक्षक स्पेशल क्राइम ब्रांच तृतीय नई दिल्ली को आदेश की प्रति भेजी गई है। सीबीआई के पैरवी अधिकारी को 24 मार्च को उपस्थित रहने के आदेश दिए गए हैं। ब्यूरो
अभियुक्त राधा मोहन, कृपाल सिंह, सुमेर सिंह, देवेंद्र सिंह, तमकीन अहमद, मिलाप सिंह, सुरेंद्र सिंह, बृजेश कुमार, कुंवरपाल सिंह, प्रबल प्रकाश, रणपाल सिंह, वीरेंद्र कुमार, संजीव कुमार भारद्वाज, राकेश कुमार सिंह, सतीश चंद शर्मा, कुशलपाल सिंह, वीरेंद्र प्रताप, विजय पाल सिंह, नरेश त्यागी और जिला कारागार से राकेश मिश्रा अदालत में लाए गए।
एक अक्तूबर, 1994 को अलग राज्य की मांग के लिए देहरादून से बसों में सवार होकर आंदोलनकारी दिल्ली के लिए निकले थे। देर रात रामपुर तिराहा पर पुलिस ने आंदोलनकारियों को रोकने का प्रयास किया। आंदोलनकारी नहीं माने तो पुलिसकर्मियों ने फायरिंग कर दी, जिसमें सात आंदोलनकारियों की मौत हो गई थी। सीबीआई ने मामले की जांच की और पुलिस पार्टी और अधिकारियों पर मुकदमे दर्ज कराए थे। गंभीर धाराओं के सेशन ट्रायल मुकदमों की सुनवाई के लिए हाईकोर्ट ने जिले के अपर सत्र न्यायाधीश कोर्ट नंबर सात के पीठासीन अधिकारी शक्ति सिंह को अधिकृत किया है।